बहुत जल्द इलेक्ट्रिक कारों को बिना किसी वायर से कनेक्ट किए चार्ज किया जा सकेगा। इसका मतलब सड़क पर चलते हुए भी वायरलेस चार्जिंग तकनीक से ईवी चार्ज हो सकेंगी।
जापान की स्मार्ट सिटी काशीवानोहा में वायरलेस ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का पायलट प्रोजेक्ट शुरू हुआ है। यह प्रयोग सफल रहा तो बाकी शहरों और देशों में भी इसका इस्तेमाल होगा।
इलेक्ट्रिक वेहिकल्स के लिए वायरलेस चार्जिंग प्रोजेक्ट में टायर निर्माता ब्रिजस्टोन, ऑटो पार्ट्स निर्माता एनएसके और डेंसो समेत 9 कंपनियां और टोक्यो, चिबा यूनिवर्सिटी शामिल हैं।
टोक्यो यूनिवर्सिटी ने इन-मोशन बिजली सप्लाई सिस्टम डेवलप किया है। जिसके ड्यूरेबिलिटी, एबिलिटी और वाहन को लगातार चार्ज करने की क्षमता की टेस्टिंग की जाएगी।
इस नई टेक्नोलॉजी में प्रीकास्ट चार्जिंग कॉइल्स को ट्रैफिक लाइट के सामने सड़क की सरफेस में लगाया गया है। जब कोई इलेक्ट्रिक वाहन गुजरता है तो वायरलेस चार्जर से करंट दौड़ता है।
इलेक्ट्रिक वाहनों के टायरों में एक खास तौर का डिवाइस लगाया गया है, जो ट्रैफिक सिग्नल से निकलने वाली इलेक्ट्रिकसिटी को ऑब्जर्व कर कार की बैटरी को ऊर्जा भेज उसे चार्ज करते हैं।
नहीं, नया सिस्टम तभी काम करेगा, जब ईवी की रफ्तार कम हो, ट्रैफिक सिग्नल पर वे थोड़ी देर तक रूके। ताकि सिस्टम पूरी तरह उन तक पहुंच पाए और बैटरी को चार्ज कर सके।
जिन इलेक्ट्रिक कारों में बिजली देने टायरों के पास विशेष उपकरण लगाए गए हैं, वे धीमे होने पर चार्ज होते हैं। इस कॉइल के पास से कार करीब 10 सेकंड तक गुजरे तो बैटरी चार्ज हो जाती है।
10 सेकेंड में ईवी की बैटरी इतनी चार्ज हो जाती है कि कार को करीब 1 किमी तक की रेंज मिल जाती है। अभी इसे कुछ सिग्नल्स पर लगाया गया है। प्रोजेक्ट सफल रहा तो पूरे जापान में लगाया जाएगा