कई शहरों का पारा 40 डिग्री के पार चला गया है। ऐसे में सड़क पर कार लेकर चलना भी परेशानी का सबब बन रहा है। ट्रैफिक में तेज गर्मी का सामना करना पड़ता है।
कई लोगों की शिकायत होती है कि गर्मी बढ़ते ही उनकी कार फ्यूल ज्यादा खर्च करने लगती है, जिससे माइलेज कम हो जाती है। सर्दियों के मुकाबले गर्मी में ज्यादा फ्यूल लगती है।
गर्मी में तापमान ज्यादा होता है। इस मौसम में कार चलाते समय बार-बार एसी चलाने या लगातार चालू रखने की जरूरत होती है। कार का एसी इंजन से जुड़ा रहता है, जिससे इंजन ज्यादा पावर लेता है।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, एसी चलाने से इंजन पर लोड बढ़ जाता है। इंजन ज्यादा पावर जेनरेट करने के लिए ज्यादा फ्यूल जलाती है, जिससे गाड़ी की माइलेज कम हो जाती है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर कार की एसी कुछ देर के लिए चलाई जाए तो माइलेज पर ज्यादा असर नहीं पड़ता है। केबिन ठंडा होने के बाद एसी बंद कर देना चाहिए, इससे इंजन पर लोड नहीं बढ़ता।
एक्सपर्ट्स की सलाह है कि जब भी कार की एसी ऑन करें तो सभी खिड़कियां अच्छी तरह बंद करें, ताकि ठंडी हवा बाहर न जाए, इससे एसी ज्यादा देर चलाने की जरूरत नहीं होगी और माइलेज सही रहता है।
कार को सीधे ही धूप में नहीं खड़ी करनी चाहिए, क्योंकि कार जितनी ज्यादा गर्म होगी, उसे ठंडा करने के लिए उतनी ही देर एसी चलाना होगा। इससे माइलेज पर फर्क पड़ सकता है।
गर्मी के मौसम में कार के रेडिएटर को भी सही तरह साफ रखना चाहिए, जिससे इंजन को ठंडा करने में मदद मिले और उस पर ज्यादा लोड न बढ़ने पाए, ताकि माइलेज पर असर कम से कम पड़े।