Hindi

ATM PIN का Secret जानते हैं क्या? दिमाग घुमा देगा 4 Digit वाला Logic

Hindi

ATM PIN पहली बार कब शुरू हुआ

ATM का पिन पहली बार 1967 में इंग्लैंड में शुरू हुआ था। इसके पीछे थे John Adrian Shepherd-Barron, जिन्होंने पहला एटीएम बनाया था।

Image credits: Freepik
Hindi

ATM PIN 4 अंकों का ही क्यों

Barron ने पहले सोचा कि ATM पिन 6 अंकों का होना चाहिए। जब उन्होंने अपनी पत्नी से 6 Digit Number याद रखने को कहा तो पत्नी ने मना कर दिया और कहा कि सिर्फ 4 डिजिट ही याद रख सकती।

Image credits: Getty
Hindi

ATM पिन 4 Digit होने का पहला कारण

John Shepherd Barron की पत्नी के 6 अंक याद रखने से मना करने के बाद ही तय हो गया था कि ATM का पिन 4 डिजिट का ही होगा, ताकि याद रखने में आसानी हो।

Image credits: Freepik
Hindi

ATM पिन 4 Digit होने का दूसरा कारण

लोगों को पासवर्ड याद रखने में परेशानी होती है। 4 डिजिट पिन छोटा, सिंपल और आसानी से याद किया जा सकता है।

Image credits: Freepik
Hindi

ATM पिन 4 Digit होने का तीसरा कारण

लिमिटेशन और प्रोटेक्शन भी इसकी एक वजह है। मशीन में 3 बार गलत पासवर्ड से कार्ड ब्लॉक हो जाता है। इसलिए Brute Force Attack की कोशिश भी फेल हो जाती है।

Image credits: Freepik
Hindi

ATM पिन 4 Digit होने का चौथा कारण

Fast Input मतलब Faster Transactions, बड़े पिन टाइप करने में समय लगता है। बैंक को स्पीड और सिक्योरिटी चाहिए। ऐसे में 4 डिजिट पिन परफेक्ट बैलेंस देता है।

Image credits: Freepik
Hindi

ATM पिन 4 Digit होने का पांचवा कारण

यूजर फ्रेंडली और यूनिवर्सल की वजह से 4 डिजिट पिन अच्छा माना जाता है। पूरी दुनिया में एक ही स्टैंडर्ड फॉलो करना आसान होता है। ऐसे में 4-digit PIN एक ग्लोबल नॉर्म बन चुका है।

Image credits: Getty

Low Risk, High Return : इन 15 Stocks से होगी सैलरी से ज्यादा कमाई!

हर घंटे Extra Income : Students के लिए 10 Super Easy कमाई Tricks

मंडप लगाओ या लो 7 फेरे, इन Couples को नहीं मिलेगा Marriage Certificate

Gold Lovers के लिए Big News! दुर्गाअष्टमी पर सोना सस्ता, जानें रेट्स