अयोध्या राम मंदिर उद्घाटन के बाद यहां कई सेक्टर्स मौका देख रहे हैं। लाखों पर्यटकों के आने से हॉस्पिटैलिटी, ट्रैवल और टूरिज्म सेक्टर को रामनगरी में काफी बूस्ट मिलने की उम्मीद है।
अयोध्या में लाखों की संख्या में आने वाले पर्यटकों की डिमांड को पूरी करने के लिए ट्रैवल, टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में 20 हजार नई नौकरियां पैदा होने की उम्मीद हैं।
रैंडस्टैड इंडिया में स्टाफिंग और रैंडस्टैड टेक्नोलॉजीज के चीफ कमर्शियल ऑफिसर यशब गिरी का मानना है कि अयोध्या में 3-4 लाख डेली विजिटर्स देखते हुए 20-25 हजार जॉब्स जेनरेट होंगी।
अयोध्या में परमानेंट और टेंप्रेरेरी जॉब्स जेनरेट होंगी। इनमें होटल स्टाफ, हाउसकीपिंग, फ्रंट-डेस्क मैनेजर, शेफ और मल्टीलिंगुअल टूर गाइड जैसे कई काम शामिल हैं।
टीमलीज कंज्यूमर एंड ईकॉमर्स के वाइस प्रेसीडेंट बालासुब्रमण्यम ए का कहना है कि पिछले 6 महीनों में हॉस्पिटैलिटी, ट्रैवल-टूरिज्म से जुड़ी 10,000 जॉब्स, 20,000 पॉजिशंस जेनरेट हुई हैं।
जानकारों के अनुसार, हॉस्पिटैलिटी मैनेजर्स, रेस्तरां-होटल कर्मचारियों, लॉजिस्टिक्स मैनेजर्स, ड्राइवर्स की हजारों नौकरियां साल के अंत या 2025 तक आने की उम्मीद हैं।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि राम मंदिर के बाद अयोध्या में ही नहीं बल्कि पड़ोसी शहरों जैसे लखनऊ, कानपुर और गोरखपुर जैसी सिटीज में होटल कंपनियां और रेस्तरां में जॉब बढ़ सकती हैं।
अनुमान के मुताबिक, अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के पहले हफ्ते में 3 लाख से 7 लाख लोगों के आने की संभावना है। ऐसा ही रहा तो भविष्य में बड़ी संख्या में मैन पॉवर की जरूरत पड़ेगी।
नोएसिस कैपिटल एडवाइजर्स के CEO नंदीवर्धन जैन के मुताबिक, अयोध्या में अगले 18 से 24 महीनों में मैनपॉवर की डिमांड बढ़ने की उम्मीद है। होटल कंपनियों की डिमांड और सप्लाई पर नजर है।