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रोज कमाओ..रोज खाओ वाले फंडे पर आई ये कंपनी, सैलरी देने लेना पड़ा कर्ज

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बायजू ने सैलरी के लिए लागू किया नया फंडा

पिछले कुछ महीनों से आर्थिक संकट से जूझ रही एडटेक फर्म बायजू (Byju) अब कंपनी में रोज कमाओ, रोज खाओ वाली पॉलिसी लागू कर रही है।

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सेल्स टीम को रेवेन्यू के हिसाब से हर हफ्ते मिलेगी सैलरी

रिपोर्ट़स के मुताबिक, कंपनी सेल्स कर्मचारियों को रेवेन्यू के हिसाब से हर हफ्ते पैसा देगी। यानी मिलने वाला वेतन अब सेल्स कर्मचारियों द्वारा हर हफ्ते लाए गए रेवेन्यू पर डिपेंड करेगा।

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कंपनी ने ये पॉलिसी 21 मई तक के लिए लागू की

मतलब सेल्स कर्मचारी जो भी रेवेन्यू कमाकर देंगे, उसका कुछ फीसदी हिस्सा उन्हें हर हफ्ते वेतन के तौर पर मिलता जाएगा। कंपनी ने ये पॉलिसी फिलहाल 21 मई तक के लिए लागू की है।

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सैलरी बांटने के लिए Byjus को लेना पड़ा 30 करोड़ कर्ज

कंपनी के फाउंडर बायजू रविंद्रन ने मार्च की सैलरी बांटने के लिए करीब 30 करोड़ रुपये का लोन लिया था। नगदी के संकट से जूझ रही Byju समय से कर्मचारियों को सैलरी नहीं दे पा रही थी।

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कैश संकट से जूझ रही बायजू ने सैलरी देने निकाला अलग रास्ता

ऐसे में कैश संकट से जूझ रही बायजू ने अब सेल्स टीम के लिए नए नियम लागू किए हैं। इसके तहत सेल्स टीम की सैलरी को सीधा उनकी कमाई से जोड़ दिया गया है।

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Byjus में करीब 12000 कर्मचारी

बता दें कि बायजू कंपनी की सेल्स टीम में करीब 4000 कर्मचारी काम करते हैं। वहीं, कंपनी में कुल स्टॉफ की संख्या 12000 के आसपास है।

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सैलरी देने के लिए हर महीने 40 से 50 करोड़ रुपए का खर्च

कंपनी को कर्मचारियों की सैलरी देने के लिए हर महीने करीब 40 से 50 करोड़ रुपए का खर्च आता है। इसके लिए कंपनी ने हाल ही में राइट्स इश्यू करके फंड का इंतजाम जुटाने की कोशिश की थी।

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राइट्स इश्यू से पैसा उगाहने की कोशिश रही नाकाम

हालांकि, कानूनी विवाद के चलते ये पैसा एक अलग खाते में पड़ा हुआ है, जिसकी वजह से फिलहाल कंपनी इसका इस्तेमाल नहीं कर सकती।

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