कार लोन लेने के लिए सबसे महत्वपूर्ण पॉइंट है ब्याज दर यानी इंट्रेस्ट रेट। यह जितनी कम होगी, ब्याज भी उतना ही कम देना होगा। इससे कार सस्ते में फाइनेंस हो जाएगी।
जब भी कार लोन लेने का प्लान बनाएं तो सबसे पहले अलग-अलग बैंक और वित्तीय संस्थाओं की तुलना करें और जहां कम ब्याज में लोन मिले, उसे ही चुनें।
डाउन पेमेंट जितना ज्यादा होगा, कार लोन की राशि उतन ही कम होगी। इससे EMI कम आएगी। इसलिए जब भी पर्याप्त पैसा हो जाए, तभी कार लेने की सोचना समझदारी होती है।
कार लोन की अवधि जितना कम रखेंगे, मंथली किस्त भी उतनी ही ज्यादा होगी, इसलिए पहले अपने फाइनेंशियल स्टेटस को चेक करें और उसी हिसाब से लोन की अवधि चुनें।
कार लोन लेते समय एडिशनल चार्ज के तौर पर बैंक प्रोसेसिंग फीस, प्रीपेमेंट फीस जैसी फीस ले सकते हैं। इन सभी फीस की पूरी जानकारी लें और लोन में जोड़कर आंकलन करें।
सही ब्याज दर के आधार पर लोन देने वाले यानी लेंडर को चुनें। इसमें शर्तें, सुविधाएं और लोन भुगतान की सुविधा जैसी डिटेल्स की बाकी जगहों से तुलना करके ही लोन लें।
कार लोन लेने से पहले क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाएं। इसस लोन कम ब्याज दर पर मिल सकता है। कार लोन के एग्रीमेंट को ध्यान से पढ़ें, इसके बाद ही लोन के लिए आगे बढ़ें।