खर्राटे लेना एक आम समस्या है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसकी वजह से कमाई का मौका मिल सकता है।
ब्रिटेन में खर्राटे लेने वालों की डिमांड काफी बढ़ गई है और उन्हें इसके लिए मोटी सैलरी भी ऑफर की जा रही है।
ब्रिटेन में डिपार्टमेंट ऑफ वर्क एंड पेशंस (DWP) के पर्सनल इंडिपेंडेंस पेमेंट के तहत स्लीप एप्निया जैसी खर्राटे से संबंधित गंभीर समस्या से जूझ रहे लोगों को आर्थिक मदद दी जाती है।
इसके तहत गंभीर रूप से खर्राटे की समस्या से जूझ रहे लोगों को हर महीने भारतीय मुद्रा में 78000 रुपए सैलरी भी दी जाएगी।
इसके तहत गंभीर रूप से खर्राटे की समस्या से जूझ रहे लोगों को हर महीने भारतीय मुद्रा में 78000 रुपए सैलरी भी दी जाएगी।
खर्राटे की समस्या से पीड़ित लोगों को अप्लाई करने के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट लगाना होगा, ताकि पता चल सके कि वाकई लाभ लेने वाले शख्स को गंभीर समस्या है।
पर्सनल इंडिपेंडेंस पेमेंट के तहत अप्लाई करने के लिए उम्र कम से कम 16 साल से ज्यादा होनी चाहिए। सबसे खास बात ये है कि इस स्कीम के लाभार्थियों को कोई TAX भी नहीं देना होता है।
नींद में जब हम सांस लेते और छोड़ते हैं तो गर्दन और सिर के सॉफ्ट टिशू में कंपन होता है, जिसके चलते खर्राटे आते हैं।
खर्राटे जानलेवा नहीं होते, लेकिन अगर आपको स्लीप एप्निया की समस्या है तो दिक्कत हो सकती है। स्लीप एप्निया एक नींद संबंधी विकार है, जिसमें सांस बार-बार रुकती और चलती है।