एलन मस्क पहली बार भारत आ रहे हैं। पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे। अपनी दो कंपनियों टेस्ला और स्टारलिंक का काम यहां शुरू करना चाहते हैं। भारत में 2-3 बिलियन डॉलर निवेश कर सकते हैं।
अगर भारत में टेस्ला यूनिट लगती है तो 'मेक इन इंडिया' को बढ़ावा मिलेगा। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स से टेस्ला ने सेमिकंडक्टर चिप लेने की डील की है, मतलब भारत में सप्लाई चेन में आना चाहता है
टेस्ला के भारत आने से यहां पहले से ई-कारें बना रही कंपनियों के लिए कॉम्पिटीशन बढ़ जाएगा। इससे आम जनता के पास ऑप्शन बढ़ेगा और कॉम्पटिशन के चलते उन्हें सस्ती ईवी भी मिल सकती है।
टेस्ला की सेल कुछ समय में गिरी है। दो साल से सालाना कमाई भी घटी है। इसकी वजह से चीनी और यूरोपियन कंपनियों से उसे कड़ी टक्कर मिल रही है। ऐसे में भारत में उसे नया कंस्यूमर बेस मिलेगा
स्टारलिंक भारतीय SATCom मार्केट में 2022 से आना चाहती है। कई कानूनी अड़चने सरकार ने दूर कर दी है। अब लाइसेंस देने का रास्ता साफ हो गया है बस गृह मंत्रालय की मंजूरी मिलनी बाकी है।
अगर एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक की एंट्री भारत में होती है, जो कि करीब-करीब तय है तो इससे यहां के लोगों को सैटलाइट बेस्ड इंटरनेट का लाभ मिलेगा।
स्पेस X सस्ते में स्पेस में सैटलाइट भेजती है। 2023 में इंडियन स्पेस पॉलिसी आई है।सरकार ने इस सेक्टर में FDI नियमों को आसान बना दिया है, ऐसे में स्पेस X भारत आती है तो कई काम बनेंगे