24 कैरेट सोना सबसे शुद्ध माना गया है लेकिन इसकी ज्वैलरी यानी गहने नहीं बनते हैं, क्योंकि ये बेहद मुलायम होता है। आमतौर पर 22 कैरेट गोल्ड से ही आभूषण बनाए जाते हैं।
एक लीटर वाले बोतल में 19.3Kg सोना आ सकता है, क्योंकि सोने की स्पेसिफिक ग्रैविटी यानी रेलेटिव डेंसिटी (Relative Density) 19.3 है। इसे आपेक्षिक घनत्व भी कहते हैं।
सोना (Gold) 1064 डिग्री सेंटीग्रेट पर पिघल सकता है लेकिन अगर इसे उबालना है तो उसके लिए आंच 2808 डिग्री होनी चाहिए।
एक अनुमान के मुताबिक, 10 ग्राम सोने से 5 माइक्रॉन (Micron) वाली मोटाई का 25 किलोमीटर लंबा तार बनाया जा सकता है। 1 माइक्रॉन एक मीटर के 10 लाखवें हिस्से के बराबर होता है।
धरती के अलावा सोना समुद्र, अंटाकर्टिका के नीचे और चांद पर भी मौजूद है लेकिन वहां से उसे निकाल पाना और लेकर आना बिल्कुल भी आसान नहीं है।
एक टन गोल्ड अयस्क में सिर्फ 5 से 8 ग्राम ही सोना निकलता है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सोना मिलना और उसे निकालना कितना कठिन है।
दुनिया में सबसे ज्यादा सोना चीन (368 टन प्रति वर्ष), रूस (331 टन प्रति वर्ष), ऑस्ट्रेलिया (327 टन प्रति वर्ष), अमेरिका (190 टन प्रति वर्ष), कनाडा (170 टन प्रति वर्ष) में निकलता है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, साल 2017 में दुनियाभर में 3,655 टन सोना निकाला गया मतलब उसका खनन किया गया था। उसके बाद से अब तक इससे ज्यादा सोना नहीं निकाला जा सका है।
माना जाता है कि दुनिया का अगर पूरा सोना इकट्ठा किया जाए तो उसे 21 मीटर लंबाई, चौड़ाई और ऊंचाई के कमरे में आसानी से रखा जा सकता है। करीब 5,000 साल में इतना ही सोना निकला है।