इस योजना से लोन सिर्फ उन अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) या महिला उद्यमी को मिल सकता है, जिनकी उम्र 18 साल से ज्यादा है।
सरकार की कोशिश है कि स्टैंड अप इंडिया से प्रति बैंक शाखा में कम से कम एक एससी या एसटी महिला लोन ले और कम से कम एक महिला को लोन दिया जा सके।
ग्रीनफील्ड स्थापित करने के लिए 10 लाख रुपए से लोन की सुविधा शुरू होती है। मैन्युफैक्चरिंग, सर्विसेस, कृषि से जुड़े या अन्य कारोबार के लिए लोन दिया जाता है।
किसी बैंक से डिफॉल्टर नहीं होना चाहिए। कुल लोन 10 लाख से 1 करोड़ रुपए तक मिल सकता है। जिसे 18 महीने की अधिकतम अवधि के साथ 7 सालों में चुकाने की शर्त रखी गई है।
इस योजना के लोन पर ब्याज की दर इस कैटेगरी के लोन में बैंक की सबसे कम रेट होती है। पैसा बाजार के मुताबिक, ब्याज दरें स्टैंड-अप इंडिया प्राधिकरण, बैंक, NBFC और RBI पर निर्भर करता है।
लोन पर GST, सर्विस टैक्स अतिरिक्त लगाया जाता है। 10 लाख तक वर्किंग कैपिटल विदड्रॉ करने बैंक को लोन लेने वाले को रूपे डेबिट कार्ड देना होता है। इससे ज्यादा के लिए कैश क्रेडिट लिमिट।
स्टैंड-अप इंडिया की ऑफिशियल www.standupmitra.in पर जाकर प्रॉसेस पूरा करें। जरूरी दस्तावेज जैसे कि पहचान पत्र, एड्रेस प्रूफ रखें। ज्यादा जानकारी वेबसाइट से पा सकती हैं।