भारत के टाटा समूह (Tata Group Market Value) की मार्केट वैल्यू पाकिस्तान की पूरी इकोनॉमी से भी कहीं ज्यादा हो गई है।
टाटा ग्रुप की कई कंपनियों ने पिछले साल जबर्दस्त कमाई की है, जिसकी बदौलत फिलहाल टाटा ग्रुप की मार्केट वैल्यू 365 अरब डॉलर है।
टाटा ग्रुप की कुल मार्केट वैल्यू (365 अरब डॉलर) पाकिस्तान के लिए IMF के अनुमानित सकल घरेलू उत्पाद (GDP), जो लगभग 341 बिलियन डॉलर से भी कहीं ज्यादा है।
टाटा ग्रुप की सिर्फ एक कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) की मार्केट वैल्यू 170 अरब डॉलर है, जो पाकिस्तान की कुल इकोनॉमी का आधा है।
TATA ग्रुप की मार्केट वैल्यू बढ़ाने में जिन कंपनियों का योगदान है, उनमें टाटा मोटर्स, ट्रेंट के रिटर्न में बढ़ोतरी के साथ-साथ टाइटन, TCS और टाटा पावर के शेयरों में इजाफा शामिल है।
TRF, ट्रेंट, बनारस होटल्स, टाटा इन्वेस्टमेंट, टाटा मोटर्स, ऑटोमोबाइल कॉरपोरेशन ऑफ गोवा और आर्टसन इंजीनियरिंग सहित टाटा ग्रुप की 8 कंपनियों की संपत्ति दोगुनी से ज्यादा हो चुकी है।
टाटा ग्रुप की टाटा कैपिटल अगले साल अपना IPO लॉन्च करने की तैयारी कर रही है, जिसकी मार्केट वैल्यू करीब 2.7 लाख करोड़ रुपये है।
पाकिस्तान की इकोनॉमी बदहाली में है। वित्त वर्ष 2022 में 6.1% और 2021 में 5.8% की मजबूत वृद्धि दर्ज करने के बावजूद, पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था 2023 में कमजोर रहने का अनुमान है।
पाकिस्तान को बाहरी कर्ज और देनदारियां 125 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। पाकिस्तान पर जुलाई, 2024 से 25 अरब डॉलर के विदेशी ऋण भुगतान को पूरा करने का भारी दबाव है।
पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार महज 8 बिलियन डॉलर रह गया है। यानी पाकिस्तान के पास अब विदेशों से सामान आयात करने के लिए भी ज्यादा पैसा नहीं है।