भारत मंडपम का आकार इतना बड़ा है कि इसमें बड़े आराम से 26 फुटबॉल मैदान समा जाएंगे। ये भारत का सबसे बड़ा कन्वेंशन सेंटर भी है।
भारत मंडपम का नाम भगवान बसवेश्वर के 'अनुभव मंडपम' से प्रेरित है। अनुभव मंडपम यानी वाद-संवाद की लोकतांत्रिक पद्धति और अभिव्यक्ति।
भारत मंडपम को आरकॉप एसोसिएट्स के आर्किटेक्ट संजय सिंह ने सिंगापुर की कंपनी एडास के साथ मिलकर तैयार किया है। ये भारतीय परंपरा से जुड़ा एक मॉर्डर्न सेंटर है।
भारत मंडपम का कुल बजट 2700 करोड़ रुपए है। बता दें कि इस बजट में 'गदर 2' जैसी 36 फिल्में बन सकती हैं। गदर 2 का बजट 75 करोड़ है।
भारत मंडपम का क्षेत्रफल 123 एकड़ यानी करीब 40 लाख वर्गफीट है। इसे बनाने की शुरुआत अक्टूबर, 2016 से हुई थी। पीएम मोदी ने 26 जुलाई, 2023 को इसका उद्घाटन किया।
भारत मंडपम में एक साथ 13 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था है। यहां पर एक मूवेबल दीवार भी है, जिसे हटाकर 7 हजार लोगों के बैठने का इंतजाम किया जा सकता है।
भारत मंडपम में 18 लाख वर्गफीट का बेसमेंट है। साथ ही एग्जीबिशन एरिया 16 लाख वर्गफीट में है। इसके अलावा फूड हॉल, मीटिंग रूम और एडमिन एरिया भी है।
भारत मंडपम में 5 हजार गाड़ियां पार्क की जा सकती हैं। यहां 12 एग्जीबिशन हॉल हैं। यहां पर 1.5 एकड़ में लेक बनाई गई है।
भारत मंडपम में सबसे ऊपर 'विंडो टू दिल्ली' बनाई गई है। यहां से कर्तव्य पथ, राष्ट्रपति भवन और इंडिया गेट दिखता है। 3 फ्लोर में बने इस कन्वेंशन सेंटर में कई VVIP रूम हैं।
भारत मंडपम को 'शंख' के आकार में बनाया गया है। इसकी दीवारों पर भारतीय कला-संस्कृति की झलक दिखती है। यहां दीवारों पर तंजोर पेंटिंग और मधुबनी आर्ट नजर आता है।
आम लोगों के लिए भारत मंडपम को G20 समिट के बाद खोला जा सकता है। माना जा रहा है कि इसे गणेश चतुर्थी से लोगों के लिए खोला जा सकता है।