Israel डिफेंस सेक्टर से लेकर टेक्नोलॉजी और यहां तक की आर्थिक रूप से बेहद समृद्ध है। इसकी इकोनॉमी को बूस्ट करने का काम करता है निर्यात, जो कई देशों तक होती है।
इजराइल की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने का काम करता है पॉलिश्ड हीरे का निर्यात। यह ऐसा खजाना है जो उसे बाकी मुस्लिम दुश्मन देशों से काफी मजबूत और पावरफुल बनाता है।
इजराइल की इकोनॉमी 537 अरब डॉलर की है। यहां प्रति व्यक्ति जीडीपी 58,270 डॉलर है। दुनिया के बड़े-बड़े देशों भारत-अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस से उसके व्यापारिक संबंध बेहद मजबूत हैं।
निर्यात इजरायली इकोनॉमी की मजबूती है। इसमें बड़ा हिस्सा Diamond Export का है। इजराइल के पास हीरे का ऐसा खजाना है, जो उसे दुनियाभर से मोटी रकम कमाकर देता है।
इजरायली निर्यात में हीरा महत्वपूर्ण है। कुल निर्यात का 25% हिस्सा डायमंड है। कच्चे हीरों के व्यापार का प्रमुख केंद्र है। कच्चे हीरे के उत्पादन का एक तिहाई यहीं एक्सचेंज होता है।
दुनिया से कच्चा हीरा लेकर इजराइल उसे पॉलिश कर एक्सपोर्ट करता है। 2020 में इजरायल ने 7.5 अरब डॉलर के पॉलिश्ड हीरे निर्यात किए। 2022 में यह आंकड़ा 9.06 अरब डॉलर का रहा।
ISrael ने इंटीग्रेटेड सर्किट का एक्सपोर्ट 5.09 अरब डॉलर, रिफाइंड पेट्रोलियम 2.73 अरब डॉलर, मेडिकल उपकरण 2.36 अरब डॉलर, अन्य माप उपकरण का 2.32 अरब डॉलर किया।
इजराइल एयरोस्पेस, अत्याधुनिक रक्षा उपकरण, वैज्ञानिक उपकरण उत्पादों के निर्यात में प्रमुख शक्ति है। एडवांस्ड टेक्नोलॉजी, सॉफ्टवेयर, इलेक्ट्रॉनिक्स में उसकी जबरदस्त डिमांड है।
इजरायल हीरे के अलावा खट्टे फल, हाई टेक्निक इक्विपमेंट, फॉर्मास्युटिकल्स, मोती-कीमती पत्थर, ऑटोमोटिव डीजल, केमिकल एंड मिनरल प्रोडक्ट्स जैसे कई प्रोडक्ट्स निर्यात करता है।