बैंकर से सांसद बनीं महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता आचार संहिता तोड़ने के लिए चली गई है। टीएमसी सांसद मोइत्रा का कहना है कि वह इस फैसले के खिलाफ अदालत में अपील करेंगी।
47 साल की महुआ मोइत्रा कोलकाता में पैदा हुईं। कालेज पूरा करने के बाद हायर एजुकेशन के लिए अमेरिका गईं और वहां से आगे की पढ़ाई पूरी की। पढ़ाई के दौरान पॉलिटिक्स में दिलचस्पी थी।
पढ़ाई पूरी होने के बाद महुआ मोइत्रा ने जेपी मोर्गन में जॉब शुरू कर दी। अच्छा काम करने पर प्रमोशन मिला और बाद में लंदन में कंपनी की वाइस प्रेसीडेंट बनाई गईं। यानी वह एक बैंकर थीं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, महुआ ने लंदन प्रवास के समय डेनमार्क के लार्स ब्रोरसोन से शादी की लेकिन रिश्ता ज्यादा दिन नहीं चला और तलाक ले लिया। उन्हें पेंटिंग्स का काफी शौक है।
साल 2008 में महुआ मोइत्रा ने नौकरी छोड़ दी। भारत आकर राहुल गांधी से मिलीं। बंगाल में यूथ कांग्रेस में काम करने का मौका मिला और जल्द ही प्रमुख नेताओं में आ गईं।
राहुल गांधी महुआ मोइत्रा को काफी करीब से जानते थे, उन पर विश्वास करते थे। बंगाल में महुआ मोइत्रा ने काफी काम किया लेकिन जब कांग्रेस ने लेफ्ट से गठजोड़ किया तो टीएमसी में आ गईं।
तृणमूल में भी महुआ मोइत्रा का दबदबा रहा। पार्टी की महासचिव बनीं। ममता बनर्जी का भरोसा जीता, पार्टी की प्रवक्ता बनी और 2016 में राज्य में चुनाव हुए तो जीतकर विधानसभा पहुंची।
महुआ मोइत्रा की क्षमता पर भरोसा कर ममता बनर्जी ने उन्हें 2019 में लोकसभा का टिकट दिया और जीतकर संसद पहुंची। लोकसभा में उनकी छवि तेजतर्रार और प्रखर मुद्दे उठाने वालों में रही।
महुआ मोइत्रा का नाम तेजतर्रार राजनीतिज्ञ, स्मार्ट और आकर्षक लीडर में हुआ। अक्सर विवादों में रहीं। उन्होंने अपने तीखे सवालों से अक्सर विपक्षी पार्टियों को कटघरे में खड़ा किया।