देश की इकोनॉमी तेजी से भाग रही है। ग्लोबल रेटिंग एजेंसियां और आर्थिक संस्थाओं ने GDP के अच्छे अनुमान लगाए हैं। RBI ने मौद्रिक नीति में बदलाव न करके स्थिरता के संकेत दिए हैं।
कर्मचारियों के लिए भी अच्छी खबर आ रही है। अगले वित्त वर्ष में देश में करीब 10% सैलरी इंक्रीमेंट हो सकता है। पिछले साल से ज्यादा इंक्रीमेंट या अप्रेजल की उम्मीद अगले साल 2024 में है
अगले साल लोकसभा चुनाव भी हैं और इकोनॉमी की तेजी से कई सेक्टर्स को अच्छा खासा सपोर्ट मिलने की उम्मीद है। ये अनुमान Deloitte Increments Trends survey की रिपोर्ट में आया है।
अनुमान है कि, 2024 में देश में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में अच्छी तेजी आएगी। लाइफ साइंसेज सेक्टर में सैलरी सबसे ज्यादा बढ़ने की उम्मीद है, जिससे नौकरियों की डिमांड बढ़ेगी और सैलरी भी
रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल कर्मचारियों की औसत सैलरी इंक्रीमेंट 9.2% रही थी, जो 2024 में बढ़कर 9.8% पर पहुंच सकती है। प्रमोशन भी बढ़ेगा ताकि रिटेंशन रेट बेहतर रखा जा सके।
भारतीय कंपनियां अप्रैल-जून तक इंक्रीमेंट करती हैं। तब तक चुनाव निपट जाएंगे, आर्थिक नीतियां स्पष्ट होंगी। कंपनियां पिछले प्रदर्शन के आधार पर टैलेंट साथ जोड़ इंक्रीमेंट कर सकती हैं।
सर्वे में मैन्युफैक्चरिंग,ऑटोमेशन, सीमेंट, फाइनेंशियल सर्विसेज, लाइफ साइंसेज, इंफ्रास्ट्रक्चर, सर्विस, हॉस्पिटेलिटी, एविएशन, लॉजिस्टिक्स सेक्टर में सैलरी और जॉब बढ़ने की उम्मीद है।
सर्वे में एनर्जी सेक्टर से अच्छे संकेत नहीं मिले हैं। वहीं, टेलिकॉम और रिटेल सेक्टर की वर्तमान स्थिति से ज्यादा इंक्रीमेंट न मिलने के भी संकेत मिले हैं।