यूपी के गोंडा में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए हैं। ट्रेन संख्या 15904 Chandigarh-Dibrugarh Express झलाही स्टेशन के पास हादसे का शिकार हुई है।
चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जाने वाली गाड़ी संख्या 15904 ट्रेन हफ्ते में दो दिन रविवार और बुधवार को चलती है। इसे चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ तक का सफर तय करने में करीब 54 घंटे का समय लगता है।
चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ तक ट्रेन 35 स्टेशनों पर रुकती है। चंडीगढ़ से हरियाणा, यूपी, बिहार और पश्चिम बंगाल के रास्ते असम के डिब्रूगढ़ पहुंचती है। एक स्टेशन नागालैंड का भी आता है।
चंडीगढ़, अंबाला कैंट, सहारनपुर जंक्शन, बरेली, लखनऊ चारबाग, गोंडा, बस्ती, गोरखपुर, देवरिया, सिवान, छपरा, सोनपुर, हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, बरौनी स्टेशन पर।
खगड़िया, नौगछिया, कटिहार, किशनगंज, न्यू जलपाईगुड़ी, न्यू कूच बिहार, न्यू अलीपुरद्वार, कोकराझार, न्यू बोंगाइगांव, रंगिया, गुवाहाटी, चपरमुख, लुमडिंग, दिपहु दिमापुर।
चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस फुर्कटिंग, मरियानी, सिमालुगुड़ी, न्यू तिनसुकिया और डिब्रूगढ़ स्टेशन पर भी रुकती है। इसके बाद फिर इन्हीं स्टेशनों से होते हुए चंडीगढ़ पहुंचती है।
यह देश की सबसे लंबे रूट वाली ट्रेनों में से एक है। चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ तक का 2,660 किलोमीटर से ज्यादा का सफर ये ट्रेन तय करती है।
इस ट्रेन में जनरल टिकट 480 रुपए, स्लीपर 880 रुपए, थर्ड एसी का 2,310 रुपए और सेकेंड एसी का किराया 3,390 रुपए है। रेलवे के नियम के अनुसार, बच्चों का टिकट हॉफ लगता है।
साल 2009 में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने इस ट्रेन की शुरुआत की थी। वित्त वर्ष 2009-10 के बजट में 43 नई ट्रेनों के साथ इसकी भी शुरुआत की गई थी।