दौड़भाग भरी जिंदगी में काम के बाद हर कोई दो पल शांति से बिताना चाहता है। हालांकि, कई बार हमारे आसपास कुछ ऐसे लोग भी होते हैं, जिन्हें दूसरों को तकलीफ देने में मजा आता है।
कुछ पड़ोसी जानबूझकर दूसरों को तंग करने के लिए तेज आवाज में म्यूजिक बजाने, दूसरे के घर के सामने गाड़ी पार्क करने या फिर कचरा डालने से बाज नहीं आते।
इससे कई बार न चाहते हुए भी झगड़े की नौबत आ जाती है। ऐसे में आदमी सोचता है कि कौन लड़ाई-झगड़े में उलझे, लेकिन इस अनदेखी की वजह से समस्या आगे और बढ़ जाती है।
हर किसी के मन में सवाल उठता है कि ऐसे उद्दंड पड़ोसियों को सबक सिखाने के लिए आखिर क्या किया जाए। आइए जानते हैं इसम मामले में क्या हैं आपके कानूनी अधिकार।
सबसे पहले तो आप 100 डायल कर पुलिस को अपनी शिकायत बता सकते हैं। इसके अलावा आज नजदीकी थाने में जाकर भी संबंधित पड़ोसी के खिलाफ कम्प्लेन दर्ज करा सकते हैं।
हालांकि, दोनों ही मामलों में आपको अपनी शिकायत के लिए कुछ सबूत देने की जरूरत होगी। अगर इस मामले में पुलिस ज्यादा कुछ नहीं करती तो आपके पास अगला विकल्प क्या है।
इसके बाद आप अपने इलाके के SDM को लिखित शिकायत भी दे सकते हैं। आपके द्वारा लगाए आरोप सही पाए जाने पर IPC की धारा 291 के तहत पड़ोसी को 6 महीने तक की जेल हो सकती है।
इसके अलावा आप चाहें तो राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में ऑनलाइन शिकायत भी दर्ज कर सकते हैं। इसके लिए आपका विवरण, घटना का विवरण आदि भर कर शिकायत दर्ज कराएं।
अगर आप चाहें तो पड़ोसी के खिलाफ लीगल नोटिस का सहारा भी ले सकते हैं। एक वकील के जरिए आप पड़ोसी के पास लीगल नोटिस भिजवा सकते हैं।