क्रिकेट वर्ल्ड कप दुनिया के सबसे बड़े खेल आयोजनों में से एक है। दुनियाभर में करोड़ों लोग इसे देखते हैं। तभी यह सिर्फ मैच न रहकर कमाई का जरिया है और बड़ी कंपनियां पैसे लुटाती हैं।
भारत दुनिया का सबसे बड़ा मार्केट है और इस बार विश्व कप का मेजबान भी इसलिए दुनियाभर की कंपनियां करोड़ों दर्शकों को एक जगह पाकर अरबों पैसा लगाकर प्रोडक्ट का विज्ञापन करती हैं।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में बैंक डिलॉयट इंडिया के पार्टनर जेहिल ठक्कर ने बताया इस बार वर्ल्ड कप में विज्ञापन का रेट बढ़ गया है। हर बार ऐड के 10 सेकेंड स्लॉट का चार्ज 30 लाख रुपए तक है
हर 10 सेकेंड का 30 लाख यानी किसी कंपनी को अपने प्रोडक्ट के विज्ञापन के हर सेकेंड के लिए करीब 3 लाख रुपए देना पड़ रहा है। पिछले विश्वकप 2019 से यह 40 प्रतिशत ज्यादा है।
जेहिल ठक्कर ने बताया कि वर्ल्ड कप के दौरान तमाम ब्रांड सिर्फ स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर विज्ञापन के स्पॉट पाने 240 मिलियन डॉलर यानी करीब 2,000 करोड़ रुपए खर्च करने वाले हैं।
रिसर्च फर्म जेफरीज के मुताबिक, चूंकि क्रिकेट मैच में एक साथ करोड़ों दर्शक मिल जाते हैं, इस कारण क्रिकेट पर हर साल कंपनियां विज्ञापन-स्पॉन्सरशिप पर 1.5 बिलियन डॉलर खर्च करती हैं।
वर्ल्ड कप के दौरान विज्ञापनों पर खर्च करने वाले ग्लोबल ब्रांड में कोका-कोला, अल्फाबेट इंक की गूगल पे, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, सऊदी अरामको, एमिरेट्स और निसान जैसी कंपनियां हैं।