खालिस्तानी हमदर्द और कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रुडो को भारतीय छात्रों ने तगड़ा झटका दिया है। कनाडा की तरफ से भारतीय स्टूडेंट्स को जारी किए जाने वाले स्टडी परमिट में भारी गिरावट आई है।
साल की आखिरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2023) में स्टडी परमिट की गिरावट 86 प्रतिशत तक पहुंच गई है। कनाडा के आव्रजन मिनिस्टर मार्क मिलर ने खुद माना है कि स्टडी परमिट की संख्या घट गई है।
कनाडा के आव्रजन मंत्री के मुताबिक, भारत के साथ हमारे हालिया रिलेशन के चलते भारत से आने वाले आवेदनों की संख्या में भारी कमी आई है। अभी इसके और गिरने की संभावना है।
कनाडा के आव्रजन मिनिस्टर ने कहा- एक ही तिमाही में भारतीयों के स्टडी परमिट की संख्या 1,08,940 से घटकर महज 14,910 रह गई है। यानी इसमें 86 प्रतिशत की गिरावट आई है।
कनाडा में भारतीय छात्रों के गिरते स्टडी परमिट का आंकड़ा बताता है कि ये जस्टिन ट्रुडो के लिए बड़ा झटका है, क्योंकि कनाडा की यूनिवर्सिटीज को भारतीय स्टूडेंट से काफी आमदनी होती है।
कनाडा से राजनयिक विवाद के चलते भारतीय छात्र अब दूसरे देशों में जा रहे हैं। इसके अलावा कनाडा के संस्थानों में हॉस्टल और शिक्षण सुविधाओं की कमी से भी स्टूडेंट्स का मोहभंग हो रहा है।
बता दें कि जून, 2023 में खालिस्तानी आतंकी हरदीप निज्जर की हत्या के बाद कनाडा सरकार ने इसका दोष भारत पर मढ़ने की कोशिश की। इसके बाद से ही दोनों देशों के संबंध बिगड़ गए।
इसके बाद अक्टूबर, 2023 में भारत सरकार ने कनाडा के 41 राजनयिकों को देश छोड़ने का फरमान जारी कर दिया। तभी से दोनों देशों के रिश्तों में कड़वाहट आ चुकी है।