इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध में जानमाल का बड़ा नुकसान हुआ है। गाजा बर्बादी की कगार पर पहुंच गया है लेकिन जंग के चलते अमेरिकी डिफेंस कंपनियों की चांदी हो गई है।
इस वक्त दुनिया में दो युद्ध लड़े जा रहे हैं। पहला साल 2022 से चल रहा रूस-यूक्रेन का और दूसरा इजराइल-हमास का। दोनों ही युद्ध कब तक थमेगा, इसका कोई जवाब नहीं है।
रूस-यूक्रेन या इजराइल-हमास दोनों ही युद्ध में भले ही नुकसान इन देशों का हो लेकिन सबसे ज्यादा फायदा अमेरिकी डिफेंस कंपनियों को हो रहा है। इनके स्टॉक्स में जबरदस्त उछाल हैं।
दुनिया की सबसे बड़ी डिफेंस कंपनी लॉकहीड मार्टिन कॉर्प का स्टॉक 31 दिसंबर, 2021 को रूस-यूक्रेन युद्ध से पहले 355 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था, जो अब 455 डॉलर के करीब है।
इजरायल-हमास युद्ध के बाद से लॉकहीड मार्टिन के स्टॉक्स 15 प्रतिशत तक उछाल ले चुके हैं। मतलब दो साल से कम समय में स्टॉक में करीब 30% की तेजी आई है। 5 साल में 50% का रिटर्न मिला है।
अमेरिकी डिफेंस कंपनी नॉर्थरोप ग्रुमैन कॉर्प के स्टॉक्स में इजरायल-हमास युद्ध के बाद तेजी आई है।स्टॉक्स में 16% का उछाल आया है। 5 साल में कंपनी ने निवेशकों को 65% का रिटर्न दिया है।
एक और अमेरिकी डिफेंस कंपनी जनरल डायनॉमिक्स कॉर्प के शेयर में एक महीने में 10% का उछाल आया है। 5 साल में इस स्टॉक में 32 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है।
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंटीच्यूट की रिपोर्ट के मुताबिक, 2022 में दुनिया की टॉप 100 डिफेंस कंपनियों ने 592 अरब डॉलर तक का बिजनेस किया है। ज्यादातर कंपनियां अमेरिका की हैं।
2022 में पूरी दुनिया का रक्षा बजट 2,200 बिलियन डॉलर था जो 2023 में 3,000 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। हाल के कुछ सालों में कई देशों ने अपना रक्षा बजट बढ़ाया है।
यूक्रेन-रूस युद्ध के बाद अमेरिका डिफेंस कंपनियों का कारोबार बढ़ा है। अमेरिका हथियारों का सबसे बड़ा निर्यातक देश है। वहीं, दूसरे नंबर पर रूस और फ्रांस के बीच होड़ चल रही है।