Deepfake वीडियो यानी किसी रियल वीडियो में किसी और का चेहरा फिट कर देना। इसे इतनी सफाई से किया जाता है कि कोई भी आसानी से पकड़ नहीं सकता।
डीपफेक वीडियो में मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से किसी भी वीडियो में दूसरे का चेहरा जोड़कर हूबहू मैच करवाया जाता है।
डीपफेक वीडियो को ऑडियो-वीडियो टेक्नोलॉजी और सॉफ्टवेयर की मदद से इतना परफेक्ट बनाया जाता है कि एकबारगी तो ये देखने में हूबहू लगता है।
अब तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल (AI) की वजह से डीपफेक वीडियो बनाना और आसान हो गया है। खासकर इसका यूज कर कई लोग फर्जी वीडियो बनाते हैं और फिर ब्लैकमेल करते हैं।
Deepfake वीडियो बनाने के लिए सबसे पहले, जिसका वीडियो बनाना है उसकी असली फ़ोटो और वीडियो को Deepfake वीडियो बनाने वाले टूल में डाला जाता है।
इसके बाद Encoder और Decoder का इस्तेमाल कर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से इन फोटो और वीडियो का बारीकी से विश्लेषण किया जाता है।
Deepfake वीडियो में किसी भी फोटो, वीडियो और ऑडियो में हेरफेर करके उसे बिल्कुल अलग बनाया जा सकता है। यहां तक कि किसी की स्पीच को भी AI टूल के जरिए बदला जा सकता है।
रश्मिका मंदाना का जो डीपफेक वीडियो वायरल हुआ, असल में वो रश्मिका नहीं बल्कि ब्रिटिश-इंडियन गर्ल जारा पटेल हैं। Deepfake टेक्नोलॉजी की मदद से इसमें रश्मिका का चेहरा फिट किया गया है।