लक्षद्वीप इन दिनों काफी चर्चा में है। पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद हर कोई यहां जाना चाहता है।
हालांकि, पीएम नरेंद्र मोदी की यात्रा से पहले लक्षद्वीप जाने वालों का आंकड़ा बेहद कम था। यहां तक कि पिछले 8 साल में सबसे कम लोग लक्षद्वीप गए।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, लक्षद्वीप के लिए पिछले साल सबसे कम विमानों ने उड़ान भरीं। अप्रैल से नवंबर, 2023 के बीच महज 1080 फ्लाइट्स ही उड़ीं।
लक्षद्वीप के एकमात्र एयरपोर्ट अगत्ती पर अप्रैल से नवंबर 2023 के बीच 1080 फ्लाइट्स का मूवमेंट हुआ, जबकि 2022 में इसी अवधि के दौरान 1482 विमानों ने टेकऑफ और लैंडिंग की।
वहीं 2021 में लक्षद्वीप के लिए 1202 विमानों ने अगत्ती एयरपोर्ट से उड़ान भरी या फिर लैंडिंग की।
इससे पहले यानी 2020 में लक्षद्वीप जाने वालों का आंकड़ा और भी कम है। 2020 में कोरोना के चलते ट्रैवल एवं टूरिज्म इंडस्ट्री में पहले से ही काफी गिरावट थी।
2024 में लोग मालदीव की टिकट कैंसिल कर लक्षद्वीप जाने की इन्क्वायरी कर रहे हैं। लक्षद्वीप के लिए कई टूर एंड ट्रैवल एजेंसियां तरह-तरह के लुभावने ऑफर भी दे रही हैं।
माना जा रहा है कि 2024 में लक्षद्वीप जाने वालों का आंकड़ा तेजी से बढ़ेगा। फिलहाल कोच्चि से ही डायरेक्ट फ्लाइट लक्षद्वीप जाती है। अगत्ती एयरपोर्ट पर बड़े प्लेन उतरना संभव नहीं है।