यूरोप का एक देश है सैन मरीनो। इस देश (San Marino) में हर छह महीने पर चुनाव होता है। हर चुनाव के बाद वहां का राष्ट्राध्यक्ष बदल जाता है।
San Marino में जो भी नया राष्ट्राध्यक्ष चुना जाता है, उसे कैप्टन-रिजेंट कहा जाता है। कैप्टन-रिजेंट ही देश की सरकार चलाते हैं।
सैन मरीनो के राष्ट्राध्यक्ष कैप्टन रिजेंट का जब चुनाव होता है, तब उन्हें चुनने के लिए ग्रेट और जनरल काउंसिल के 60 मेंबर्स वोट डालते हैं।
सैन मरीनो में जब हर 6 महीने में चुनाव होता है तो विपक्षी नेता को देश का शीर्ष नेता यानी कैप्टन रिजेंट चुना जाता है। जो राष्ट्राध्यक्ष होता हैं।
सैन मरीनो यूरोप का एक ऐसा देश है, जिसे दुनिया का सबसे पुराना लोकतांत्रिक देश माना जाता है। यहां की आबादी करीब 34,000 है।
यूरोप के इस देश में पहली बार साल 1243 में ही चुनाव हुआ था। देश का संविधान 1600 में लागू हुआ था। यहां के संसद को अरेंगो कहा जाता है।
सैन मरीनो दुनिया के सबसे छोटे देशों में से एक है। यह सबसे छोटे लोकतांत्रित देशों में आता है। पूरा देश ही 61 वर्ग किलोमीटर में बसा हुआ है।
सैन मरीनो इटली के पड़ोस में बसा हुआ देश है। यही कारण है कि यहां के कल्चर और भाषा में इटली की छाप मिलती है। ज्यादातर इटली जैसा ही सबकुछ यहां है।