हर महीने अपने खर्चों का हिसाब रखें। यह आपको पता देगा कि पैसों का लीकेज कहां हो रहा है और बचत कैसे बढ़ सकती है।
हर महीने थोड़ा-थोड़ा सेव करें। चाहे 500 रुपए हो या 1000 रुपए, समय के साथ यह बड़ा कॉर्पस बन जाएगा।
छोटे निवेश को रेगुलर तौर से करें। SIP (Systematic Investment Plan) आपके पैसे को लंबे समय में बढ़ने में मदद करता है।
शेयर बाजार की बेसिक समझ से आप सही स्टॉक्स चुन सकते हैं और लंबे समय में प्रॉफिट कमा सकते हैं। अगर पहले से इन्वेस्ट कर रहे हैं तो अपनी स्किल और नॉलेज को बढ़ाएं।
छोटी प्रॉपर्टी या रेंटल घर में निवेश करें। रेंटल इनकम और लॉन्ग टर्म एप्रीशिएशन आपके पैसे को बढ़ा सकता है।
फ्रीलांसिंग, ब्लॉगिंग, यूट्यूब, ऑनलाइन स्टोर जैसे सोर्स से एक्स्टरा इनकम सोर्स बनाएं।
ऑनलाइन कोर्सेस, बुक रॉयल्टीज, डिविडेंट्स जैसे काम करते हुए पैसे कमा सकते हैं।
डिजिटल मार्केटिंग, कोडिंग, AI जैसे स्किल्स सीखें, जो आपको हाई-पेइंग अपॉर्च्युनिटीज दें।
सही कनेक्शंस, बेहतर डील्स से नए-नए मौके बनते हैं। नेटवर्किंग को छोटा समझने की गलती न करें।
सेल्स, कूपन और लॉयलिटी प्रोग्राम्स से खर्च कम करें और जो पैसे बचें, उन्हें इन्वेस्ट करें।
अच्छे क्रेडिट स्कोर से कम ब्याज वाले लोन और बेहतर फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स भी आसानी से मिलते हैं।
बजट ऐप्स, इन्वेस्टमेंट ऐप्स से पैसे मैनेज करना आसान हो जाता है।
डिजिटल एसेट्स या क्रिप्टो में थोड़ा इन्वेस्ट करें, लेकिन ध्यान रहे इसके लिए खुद रिसर्च करें और मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह लें।
अपनी हॉबी या स्किल को मोनेटाइज करना सीखें। साइड इनकम मेन सोर्स बन सकती है।
हर दिन कुछ न कुछ सेव और ट्रैक करें। छोटी-छोटी आदतें, बड़ा इंपैक्ट डालती हैं।
बिजनेस या पर्सनल ट्रिप्स स्मार्ट तरीके से प्लान करें। कॉस्ट बचाने की कोशिश करें और नए-नए आइडियाज पर काम करें।
हर तीन महीने में अपने इन्वेस्टमेंट चेक करें। अंडर परफॉर्मिंग वाले आइटम्स यानी स्टॉक्स, फंड्स बदलने की कोशिश करें।
बुक्स, ऑनलाइन कोर्सेस, मेंटल नॉलेज आपको नए अपॉर्च्युनिटीज दिलाएगा। खुद की लर्निंग पर ज्यादा खर्च करने की कोशिश करें, अपनी स्किल्स को बढ़ाएं।
वीकेंड प्रोजेक्ट्स या फ्रीलांस गिग्स एक्स्ट्रा कैश के साथ स्किल को भी बढ़ाते हैं। छोटे-छोटे प्रोजेक्ट्स आपके फाइनेंस को भी मजबूत करते हैं।
ऐसे दोस्त जो फाइनेंशियल या इन्वेस्टमेंट्स को लेकर समझदार हैं और अपने फंड्स सही तरह मैनेज करते हैं, उनकी हैबिट्स देखें और उनसे सीखने की कोशिश करें।
फेस्टिवल्स के समय डील्स और कैशबैक का सही इस्तेमाल करें। बचत और इन्वेस्टमेंट दोनों बढ़ाएं।
अगर आपको किसी शेयर का डिविडेंट्स मिलता है या कहीं से एक्स्ट्रा बोनस मिल रहा है तो उसे खर्च करने की बजाय फिर से इन्वेस्ट करें।
वर्कशॉप्स, ऑनलाइन कोर्सेस या कंसल्टिंग सर्विसेज से अपने नॉलेज को मोनेटाइज करें। इससे अर्निंग्स बढ़ती है।
'कितना बचाया?' के बजाय 'कैसे बढ़ाया?' सोचें। ग्रोथ वाली माइंडसेट आपके पैसे बढ़ाने में मदद करेगा।
AI, फिनटेक, स्टार्टअप्स, तेजी से बढ़ते और उभरते सेक्टर्स, स्मार्ट इन्वेस्टमेंट के मौके देखें।
सबसे जरूरी कदम आज से ही पहला स्टेप उठाएं। छोटे-छोटे एक्शन भी बड़ा फर्क डालते हैं।
इस आर्टिकल में दिए गए तरीके सामान्य फाइनेंशियल गाइडेंस हैं। किसी भी निवेश या पैसे से जुड़े फैसले लेने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइज या मार्केट एक्सपर्ट्स से सलाह जरूर लें।