सोने में निवेश करने करना चाहते हैं तो डिजिटल या नॉन-फिजिकल गोल्ड बेहतर है। SBI सिक्योरिटीज के अनुसार, आपके पूरे इंनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो में गोल्ड मैक्सिमम 10 से 15% होना चाहिए।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि गोल्ड में निवेश करने का मकसद पोर्टफोलियो में विविधता लाना है। यह जोखिम कम करता है। जब इक्विटी और लोन अच्छा परफॉर्म नहीं करते, तब भी सोना रिटर्न दे सकता है।
सोने में निवेश कर आप महंगाई में खुद को आर्थिक तौर पर मजबूत कर सकते हैं। आमतौर पर देखने में मिलता है कि सोने की कीमत लगातार बढ़ती ही रहती है।
SBI सिक्योरिटीज का कहना है, सोने की डिमांड, ज्वेलरी, उद्योगों में, हेजिंग और केंद्रीय बैंक की मांग से आती है। इसी मांग से इसकी कीमतें बढ़ी रहती हैं और रिटर्न अच्छा मिलता है।
सोना फ्लूड और फ्लैक्सिबल होता है। किसी इमरजेंसी सितुएशन में आप सोने को बेचकर या इसके बदले आसानी से लोन पा सकते हैं। सोना करीब 80-85% पर ज्यादा कीमत पर लोन दिलाता है।
हाल ही के कुछ सालों में गोल् ETF और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जैसे डिजिटल गोल्ड के आने से सोना रखना आसान और कम महंगा हो गया है, जिससे इसमें निवेश और भी अच्छा हो सकता है।
फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ज्यादा महंगाई, मंदी, प्राकृतिक आपदा, राजनीतिक हलचल या किसी भी तरह के संकट में सोने का दाम हाई ही रहता है। इसलिए इसमें निवेश अच्छा माना जाता है।
फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का कहना है कि, गोल्ड में निवेश काफी अच्छा होता है। इससे पोर्टफोलियों में संतुलन बना रहता है, इसलिए इसमें लॉन्ग टर्म के लिए इंवेस्टमेंट करना अच्छा हो सकता है।