SIP यानी सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान। जिसका मतलब नियम बनाकर निवेश का प्लान बनाना है। यह निवेश का सबसे अच्छा और सुरक्षित तरीका माना जाता है और आज काफी पॉपुलर है।
एसआईपी से शेयरों में निवेश होता है। डेट या कमॉडिटी जैसे गोल्ड में भी SIP कर सकते हैं। एसेट मैनेजमेंट कंपनियां एसआईपी के अलग-अलग विकल्प उपलब्ध कराती हैं।
एसआईपी पर रिटर्न मिलना कई बातों पर निर्भर करता है। कई बार जबरदस्त तो कई बार मामूली रिटर्न मिल सकता है। अगर औसत रिटर्न 15% मान लें तो कुछ सालों में ही करोड़पति बन सकते हैं।
SIP कैलकुलेटर के हिसाब से अगर 15% रिटर्न पर 10,000 मंथली SIP निवेश को देखें तो 10 साल में 27.86 लाख रु., 15 साल में 67.68 लाख रु. और 20 साल में 1.52 करोड़ रु. मिल सकते हैं।
औसत रिटर्न 15% मानकर मंथली 20,000 रुपए निवेश करते हैं तो 10 साल में 55.73 लाख, 15 साल में 1.36 करोड़ और 20 साल में 3.03 करोड़ रुपए मिल सकते हैं।
SIP से मिलने वाले रिटर्न कम्पाउंडिंग से आता है, जिसे चक्रवृद्धि ब्याज भी कहते हैं। एसआईपी में निवेश करने पर मूलधन लगातार बढ़ता रहता है और उसमें रिटर्न का पैसा जुड़ता रहता है।