पर्यावरण के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए इस सेक्टर में निवेश की जरूरत बढ़ रही है। ग्रीन FD का कॉन्सेप्ट इसी से आया है। ग्रीन एफडी में लगाया गया पैसा पर्यावरण को बचाने के काम आता है
Green FD में जमा होने वाली रकम उन प्रोजेक्ट्स में निवेश की जाती है, जो पर्यवरण की सुरक्षा के लिए काम करते हैं। इसे एक तरह से इंवेस्टमेंट विद अ पर्पज भी माना जा सकता है।
सामान्य FD में बैंक राशि तय समय के लिए जमा करते हैं। ग्रीन एफडी में कमिटमेंट करते हैं कि आपका पैसा पर्यावरण से जुड़े कामों में लगाया जाएगा। जैसे- सोलर पावर प्लांट, प्रदूषण रिडक्शन।
ग्रीन एफडी में कोई भी निवेश कर सकता है। इंडिविजुअल से लेकर प्रोपाइटरशिप और क्लब, एनजीओ तक इसमें पैसा लगा सकते हैं।
ग्रीन एफडी में आपका पैसा पर्यावरण वाले प्रोजेक्ट्स में लगाया जाता है। इससे आपके पोर्टफोलियो को डायवर्सिफिकेशन देखने को मिलता है और पैसे निवेश भी होते रहते हैं।
सामान्य एफडी की तरह ग्रीन एफडी भी काम करता है। आपको पर्यावरण में काम करने के लिए सैटिस्फैक्शन तो मिलता ही है। इसमें सामान्य एफडी की तरह ही रिटर्न भी मिलता है।