मोदी सरकार ने अक्टूबर 2021 से लेकर अब तक स्क्रैप (कबाड़) बेचकर लगभग 1163 करोड़ रुपये कमाए हैं। इसमें अक्टूबर में एक महीने के अभियान के दौरान कमाए गए 557 करोड़ रुपये भी शामिल हैं।
केंद्र सरकार को 2023 में स्क्रैप बेचकर जो 556 करोड़ रुपये की कमाई हुई, उसमें से अकेले रेल मंत्रालय को करीब 225 करोड़ रुपये की कमाई हुई, जो सबसे ज्यादा है।
वहीं, रक्षा मंत्रालय को कबाड़ बेचकर 168 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ है।
इसके अलावा पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय को 56 कबाड़ बेचने से 56 करोड़ रुपये की रकम हासिल हुई है।
वहीं, कोयला मंत्रलाय को स्क्रैप बेचने से करीब 34 करोड़ रुपये की रकम प्राप्त हुई है।
2023 में कबाड़ बेचकर कुल 164 लाख वर्ग फीट जगह खाली कराई गई। इसमें सबसे ज्यादा कोयला मंत्रालय ने 66 लाख वर्ग फुट स्पेस खाली कराया।
इसके बाद भारी उद्योग मंत्रालय में 21 लाख वर्ग फीट और रक्षा मंत्रालय में 19 लाख वर्ग फीट जगह खाली कराई गई।
भारत चंद्रयान-3 मिशन का बजट करीब 600 करोड़ रुपए था। यानी केंद्र सरकार ने सिर्फ कबाड़ फाइलों, खराब हो चुके ऑफिस इक्विपमेंट्स बेचकर चंद्रयान-3 जैसे दो मिशन का बजट निकाल लिया है।