रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने एक बार फिर रेपो रेट (RBI New Repo Rate 2024) में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है। इसे 6.50 फीसदी पर बरकरार रखा है।
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति कमेटी की बैठक के बाद पॉलिसी रेट की जानकारी देते हुए बताया कि सेंट्रल बैंक के प्रयासों से महंगाई दर में कमी आई है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 में रियल जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 7 प्रतिशत रहेगा।
एक्सपर्ट्स ने पहले ही अनुमान जताया था रिजर्व बैंक मॉनेटरी पॉलिसी में पॉलिसी रेट में कोई बदलाव नहीं करेगी, क्योंकि खुदरा महंगाई संतोषजनक दायरे के उच्च लेवल के करीब है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने करीब 1 साल से रेपो रेट को 6.5 फीसदी में कोई बदलाव नहीं किया है। आखिरी बार फरवरी 2023 में रेपो रेट 6.25 फीसदी से बढ़ाकर 6.5 फीसदी किया गया था।
खुदरा महंगाई जुलाई, 2023 में 7.44 फीसदी के उच्च स्तर पर थी जिसमें बाद में गिरावट आई। रिटेल इंफ्लेशन दिसंबर 2023 में 5.69 प्रतिशत थी। इसे 4% के दायरे में लाने का प्लान है।
ब्याज दरें 6.50% पर स्थिर रहने से बैंकों के कर्ज (Loan) और बचत योजनाओं पर मिलने वाले इंटरेस्ट में कोई बदलाव नहीं होगा। इस रेट से बैंक और NBFC ब्याज दरों में बढ़ोतरी-कटौती करती है।