9 अक्टूबर को RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने MPC की बैठक के बाद बताया कि 10वीं बार रेपो रेट में बदलाव नहीं किया है। जिससे लोन सस्ता होने की उम्मीद में बैठे लोगों को निराशा हुई।
गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट न बदलने के पीछे का कारण महंगाई बताया। अभी रेपो रेट 6.50% पर है। आखिरी बार रेपो रेट फरवरी 2023 में बदला था।
रिजर्व बैंक ने भले ही रेपो रेट में बदलाव न किया हो लेकिन अगर आप चाहें तो खुद भी लोन की ईएमआई कम कर सकते हैं। इसके लिए आपको कुछ ट्रिक्स फॉलो करने होंगे।
होम, पर्सनल या किसी लोन की EMI घटाने का आसान तरीका है अपना लोन दूसरे बैंक में ट्रांसफर करा लें। इससे EMI कम हो सकती है। प्राइवेट बैंक से सरकारी बैंक में भी लोन ट्रांसफर हो सकता है।
EMI घटाने के लिए दिवाली बोनस या कहीं से एकमुश्त मिली रकम से लोन का प्रीपेमेंट कर सकते हैं। इससे प्रिंसिपल अमाउंट कम होगा और ईएमआई भी कम हो जाएगी।
EMI कम करने के लिए लोन का टेन्योर बढ़ाव सकते हैं। अगर लोन 10 साल का है तो उसे 15 साल का करवा सकते हैं। इससे ईएमआई काफी कम हो सकती है। हालांकि, इससे कुल रकम बढ़ जाएगी।
फिक्स्ड ब्याज पर चलने वाले लोन को फ्लोटिंग रेट पर ट्रांसफर कराकर EMI कम कर सकते हैं। इसका फायदा होगा कि जब रेपो रेट कम होगा तो लोन का ब्याज भी उसी अनुपात में कम हो जाएगा।