SBI द्वारा जारी Ecowrap रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि महंगाई दर में आई कमी के चलते ऐसे संकेत मिल रहे हैं, जिनके आधार पर कह सकते हैं कि RBI रेपो रेट में कुछ राहत दे सकता है।
जुलाई महीने में रिटेल महंगाई दर सालाना आधार पर घटकर 3.54% पर पहुंच गई है। 59 महीने के दौरान ये महंगाई का सबसे निचला स्तर है। इससे पहले जून में महंगाई दर 5.08% पर थी।
खुदरा के साथ ही थोक महंगाई दर भी 3 महीने के निचले स्तर पर आ गई है। जून 2024 में ये 3.36% थी, जो जुलाई में घटकर 2.04% पर पहुंच गई है।
फिलहाल महंगाई दर RBI के तय अनुमान 2 से 4 प्रतिशत के दायरे में ही है। ऐसे में रिजर्व बैंक अक्टूबर, 2024 में होने वाली मौद्रिक नीति की समीक्षा में रेपो रेट कम कर सकता है।
अगर RBI रेपो रेट घटाता है तो इसका सीधा असर लोन की EMI पर पड़ेगा। Repo Rate कम होने से आपके लोन की किस्तें भी कम हो जाएंगी। फिलहाल ये 6.5% पर है।
SBI Ecowrap Report में इकोनॉमिस्ट ने अपने एनालिसिस के आधार पर बताया है कि इस साल अब तक मानसून काफी अच्छा रहा है। ये अर्थव्यवस्था के लिए अच्छे संकेत हैं।
एसबीआई की Ecowrap Report के मुताबिक, वित्त वर्ष 2024-25 की अप्रैल-जून तिमाही में रियल जीडीपी ग्रोथ 7 से 7.1% के आसपास रह सकती है।
Ecowrap Report में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में GDP 7.2%, तीसरी तिमाही में 7.3% और चौथी तिमाही में 7.2% रह सकती है।