एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में स्कूल टीचर्स की संख्या 1.13 करोड़ से ज्यादा है लेकिन उनकी कमाई बाकी देशों और ज्यादातर प्रोफेशन से काफी कम है।
टीचर्स की एवरेज सैलरी के मामले में पहले पोजिशन पर स्विट्जरलैंड है। जहां एक शिक्षक की मासिक औसत सैलरी 6 लाख रुपए से ज्यादा है। वहां टीचिंग प्रोफेशन 9वें नंबर पर है।
कॉस्ट ऑफ लिविंग के हिसाब से अमेरिका जैसे विकसित देशों में भी टीचर्स की सैलरी बहुत ज्यादा नहीं है। वहां बाकी प्रोफेशनल्स से टीचर काफी कम कमाते हैं।
अमेरिकी सेंटर फॉर इकोनॉमिक पॉलिसी रिसर्च की 2023 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रेजुएशन लेवल की पढ़ाई करने के बाद टीचर बने लोगों की वीकली सैलरी 1329 डॉलर यानी 1.06 लाख रुपए है।
करियर कम्युनिटी वेबसाइट ग्लासडोर के अनुसार, भारत में एक टीचर की एवरेज मंथली सैलरी करीब 20 हजार रुपए ही है। टॉप 21 प्रोफेशन में सैलरी के मामले में टीचिंग प्रोफेशन की पोजिशन 18वीं है
रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में सबसे ज्यादा सैलरी एक सर्जन की होती है। यह एक टीचर की सैलरी से करीब 10 गुना ज्यादा होती है।
CEO वर्ल्ड मैगजीन में 31 मार्च, 2024 को पब्लिश एक रिपोर्ट के अनुसार, औसत सैलरी के मामले में भारत दुनिया के 196 देशों में 85वें नंबर पर है। जहां मंथली एवरेज सैलरी सिर्फ 628 डॉलर है।