सिंगापुर में मकान या फ्लैट खरीदने के लिए युवाओं को सरकार 70 लाख रुपए की सब्सिडी दे रही है। इसके लिए एक शर्त पूरी करनी पड़ती है, जो सरकार के लिए मुसीबत बन गई है।
सिंगापुर में 70 लाख रुपए की सब्सिडी की लालच में युवा उस शर्त को पूरा करने में जुट गए हैं, जिससे वहां परिवार टूटने लगे हैं। योजना का बुरा असर पड़ने लगा है।
सिंगापुर काफी महंगा है। जहां घर खरीदना आसान नहीं है। वहां जनसंख्या बढ़ाने के लिए सरकार ने साल 2001 में 'बिल्ट टू ऑर्डर' स्कीम की शुरुआत की थी।
सिंगापुर सरकार की इस स्कीम के तहत 35 साल से कम उम्र में शादी करने वाले युवाओं को ही इसका फायदा दिया जाता है। इस सब्सिडी को पाने के लिए वहां अर्ली मैरिज का ट्रेंड बढ़ गया है।
सिंगापुर में अब युवा 30 साल से पहले ही शादी कर ले रहे हैं। शादी करने वाली 25 से 29 साल वाली महिलाओं की संख्या 60% और पुरुषों 44% हो गए हैं, जो 2000 में 45% और 30% थे।
सिंगापुर में 70 लाख के लालच में युवा जल्दी शादी कर तो ले रहे लेकिन उनकी प्रॉयरिटी में फैमिली नहीं है। परिवार पर ध्यान न देने की वजह से वहां तेजी से तलाक के मामले बढ़ते जा रहे हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिंगापुर में महिलाओं में तलाक की दर 4% से बढ़कर 7.2% और पुरुषों में 3.5% से बढ़कर 6.3 प्रतिशत हो गई है।
सिंगापुर सरकार की 70 लाख वाली स्कीम में शर्त है कि तलाक के 5 साल तक सब्सिडी वाला फ्लैट न बेच सकते हैं न दोबारा लाभ ले सकते हैं, इसलिए कपल एक-दूसरे से अलग नहीं हो पा रहे हैं।