अर्थव्यवस्था सुधारने और पर्यटन में बढ़ावा देने के लिए मलेशिया ने रविवार को ऐलान किया कि 1 दिसंबर से भारतीय मेहमानों को 30 दिनों की वीजा-फ्री यात्रा की अनुमति दी जाएगी।
थाईलैंड, थाईलैंड के बाद भारतीयों को वीजा फ्री एंट्री देने वाला मलेशिया तीसरा एशियाई देश बन गया है। सऊदी अरब, बहरीन, कुवैत, UAE, ईरान, तुर्की, जॉर्डन, चीन के लिए भी यही सुविधा है।
मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने कहा कि भारतीय और चीनी नागरिकों के लिए वीजा छूट सुरक्षा मंजूरी के तहत होगी। आपराधिक रिकॉर्ड, हिंसा वाले लोगों को वीजा नहीं दिया जाएगा।
24 नवंबर को चीन ने 1 दिसंबर, 2023 से 30 नवंबर, 2024 तक मलेशिया के लोगों को 15 दिन का वीजा-फ्री घूमने के लिए आमंत्रित किया। मलेशिया में भी चीनी यात्री अब बिना वीजा जा सकेंगे।
मलेशिया ने यह घोषणा आसियान-भारत मीडिया एक्सचेंज प्रोग्राम 2023 को देखते हुए की। मलेशिया उच्चायुक्त बीएन रेड्डी ने कहा, 'भारत-मलेशिया का रिश्ता बहुत कीमती है।'
भारत-मलेशिया ने पिछले साल 65 साल के राजनयिक संबंधों का समापन किया और अब 2015 में पीएम नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान स्थापित बढ़ी रणनीतिक साझेदारी साकार करने की प्रक्रिया में हैं।
पिछले साल 2022 में भारत मलेशिया का 11वां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार था। कुल व्यापार 19.63 बिलियन डॉलर था। साल 2021 की तुलना में इसमें 23.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।