भारतीय शेयर बाजार के दिन खराब चल रहे हैं। आए दिन सेंसेक्स-निफ्टी में गिरावट देखी जा रही है। यहां तक कि इनकम टैक्स में छूट और RBI के रेपो रेट में कमी के बाद भी गिरावट नहीं थम रही।
फरवरी के महीने में ही सेंसेक्स-निफ्टी 4% तक टूट चुके हैं। फरवरी में सिर्फ 4 दिन बचे हैं और आगे भी गिरावट के आसार नजर आ रहे हैं।
फरवरी में गिरावट के साथ ही ये लगातार पांचवा महीना होगा, जब निफ्टी नेगेटिव जोन में बंद होगा। अगर ऐसा हुआ तो ये 1996 के बाद सबसे लंबी गिरावट होगी।
इससे पहले 1996 में जुलाई से लेकर नवंबर महीने के बीच लगातार 5 महीने निफ्टी गिरावट के साथ बंद हुआ था। लेकिन अब 28 साल बाद ये रिकार्ड टूटता नजर आ रहा है।
2008 की महामंदी और कोविड जैसी महामारी के दौर में भी शेयर बाजार में लगातार इतनी लंबी गिरावट नहीं देखी गई।
बता दें कि शेयर बाजार में सबसे लंबी गिरावट का रिकॉर्ड 1994-95 में बना था। उस दौरान बाजार लगातार 8 महीने तक गिरावट के साथ बंद हुआ था।
सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट का सिलसिला सितंबर, 2024 से शुरू हुआ। तब से अब तक सेंसेक्स में 13% और निफ्टी में करीब 14% की गिरावट आ चुकी है।
शेयर बाजार की इस गिरावट ने भारत को दुनिया के सबसे खराब परफॉर्म करने वाले बाजारों की लिस्ट में शामिल कर दिया है।
2025 में अब तक यानी करीब दो महीने में Nifty में 6 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है। इससे ज्यादा गिरावट सिर्फ थाइलैंड 10% और फिलीपींस 6.7% हैं।