सुगना फूड्स की शुरूआत का श्रेय बी सुंदरराजन और जीबी सुंदरराजन नाम के दो भाइयों को जाता है। इन्होंने केवल 5 हजार रुपए से शुरूआत की थी लेकिन अब बड़ा एंपायर खड़ा कर दिया है।
सुंदरराजन भाई तमिलनाडु के उडूम्पलेट में रहते हैं। इनके माता-पिता टीचर रहे हैं। हालांकि पढ़ाई पूरी करने के बाद दोनों भाइयों ने बिजनेस करने की सोची और इसे अंजाम तक पहुंचाया।
दोनों भाइयों ने साल 1984 में सुगना पॉल्ट्री फार्म की शुरूआत कर दी। दोनों भाइयों ने मिलकर काफी मेहनत की और लगातार काम को आगे बढ़ाते रहे। दोनों को जल्द ही सफलता भी मिली।
काम की बारीकियां सीखते-सीखते दो साल में ही उन्होंने पॉल्ट्री फार्म में इस्तेमाल की जाने वाली दूसरे औजार, दवाइयां और मुर्गियों के दाने की भी बिक्री करने लगे। यह कारोबार भी चल निकला।
आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से दोनों भाइयों ने फंड के लिए कांट्रैक्ट फार्मिंग में भी हाथ आजमाया और वहां से भी उन्हें फायदा ही मिला। वे दूसरे फार्म से अंडे भी खरीदने लगे।
साल 2000 आते-आते सुगना फूड्स को पंख लग गए और कंपनी का कारोबार 100 करोड़ रुपए को भी पार कर गया। इसके बाद दोनों भाइयों ने दूसरे राज्यों में भी काम का विस्तार किया।
मौजूदा समय में सुगना फूड्स का कारोबार कुल 18 राज्यों में चल रहा है। यह सफलता उन दो भाइयों की है जिन्होंने सिर्फ 5 हजार रुपए से शुरूआत करके बड़ा एंपायर खड़ा कर दिया।
सुगना फूड्स की बात करें तो इस वक्त उनके पास 70 फीड मील और 70 से ज्यादा हैचरीज हैं। उनकी कंपनी से करीब 40 हजार फार्मर्स जुड़े हैं, जो लाभ कमा रहे हैं।
दोनों भाइयों का यह छोटा सा बिजनेस अब इतना बड़ा हो गया है कि इसका टर्नओवर 10 हजार करोड़ रुपए को पार कर गया है। अब यह कंपनी दूसरे बिजनेस में भी हाथ आजमा रही है।