भारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर आखिरकार 9 महीने 14 दिन बाद धरती पर लौट आए हैं। उनका स्पेसक्राफ्ट 19 मार्च की सुबह 3:27 बजे फ्लोरिडा तट पर उतरा।
सुनीता विलियम्स ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर अपने 9 महीने स्पेसवॉक और वैज्ञानिक प्रयोग के साथ स्पेस स्टेशन के मेंटेनेंस जैसे कामों में गुजारे।
सुनीता विलियम्स ने स्पेसवॉक में रिकॉर्ड बनाया है। अब तक 62 घंटे और 6 मिनट स्पेसवॉक कर चुकी हैं, जो किसी महिला एस्ट्रोनॉट द्वारा सबसे ज्यादा स्पेसवॉक का रिकॉर्ड है।
सुनीता विलियम्स और साथी बुच विल्मोर ने स्पेस स्टेशन में 150 से ज्यादा वैज्ञानिक प्रयोग किए।इसमें 900 से ज्यादा घंटे बिताए। जिसमें जैव-चिकित्सा अनुसंधान, पर्यावरणीय अध्ययन शामिल हैं
सुनीता विलियम्स ने स्पेस स्टेशन की सफाई, पुराने उपकरण बदलने और हार्डवेयर जैसे रेगुलर मेंटेनेंस के काम किए।
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर पहले स्पेस स्टेशन पर गेस्ट थे, बाद वहां के रेगुलर क्रू का हिस्सा बन गए। अन्य एस्ट्रोनॉट के साथ मिलकर डेली मेंटेनेंस संभाला और मिशन टास्क में मदद की।
स्पेस के जीरो ग्रेविटी में मांसपेशियों और हड्डियों की कमजोरी से बचने के लिए सुनीता विलियम्स ने रेगुलर एक्सरसाइज की। वेट ट्रेनिंग और अन्य फिटनेस एक्टिविटीज में समय बिताया।