घर खरीदना काफी इमोशनल फैसला होता है। यह हर किसी के लिए सुखद पल होता है। ऐसे में कभी भी भावनाओं में आकर घर नहीं खरीदना चाहिए। वरना भविष्य में परेशानी हो सकती है।
घर खरीदना काफी महंगा होता है। आर्थिक लिहाज से बड़ा फैसला होता है। इसलिए किसी के दबाव में आकार घर नहीं खरीदना चाहिए। बजट को ध्यान में रखकर ही फैसला करें।
घर खरीदने से पहले सही लोकेशन का चुनाव करना चाहिए। अगर घर खरीदने वाली जगह पर सुविधाएं न हो तो सस्ते के चक्कर में आने से बचना चाहिए।
घर की कीमत का 10 से 20 प्रतिशत डाउन पेमेंट करना होता है। बाकी पैसा बैंक फाइनेंस करता है। घर बनवाने के लिए होम लोन ले सकते हैं। इससे पहले बैंक से प्री अप्रूवल जरूर लें।
जब आप बैंक में लोन लेने जाते हैं तो आपकी फाइनेंशियल कंडीशन को देखकर बैंक बताते हैं कि आपको कितना लोन मिलेगा। इसलिए आसान EMI ही चुनें ताकि आसानी से पेमेंट हो सके।
कई लोग डाउनपेमेंट और बाकी खर्चों के लिए पर्सनल लोन उठा लेते हैं। इससे वे कर्ज में फंस जाते हैं। इससे बचने की कोशिश करें। पैसों का इंतजाम करके ही घर खरीदें, हड़बड़ी न करें।
प्रॉपर्टी डीलर पर भरोसा करने से पहले हर चीज की जांच करें। क्योंकि लाखों लोगों को सालों तक अपने घर का पजेशन ही नहीं मिल पाता है। ऐसे में किस्तें और किराया दोनों भरना पड़ता है।