टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन-आइडिया को लेकर शानदार खबर आई है। सरकार ने 36,950 करोड़ की स्पेक्ट्रम देनदारी को इक्विटी में बदलने का फैसला किया है। जिसका असर शेयरों पर दिख रहा है।
इस फैसले के बाद कंपनी में सरकार की हिस्सेदारी बढ़कर करीब 49% हो जाएगी। वोडाफोन-आइडिया PLC की हिस्सेदारी 16.10% और आदित्य बिड़ला ग्रुप की 9.4% होगी।
शुक्रवार, 28 मार्च 2025 को वोडाफोन-आइडिया का शेयर 6.8 रुपए पर बंद हुआ था। मंगलवार, 1 अप्रैल को बाजार खुलते ही 10% का अपर सर्किट लगा। 10.30 बजे तक शेयर 7.48 रुपए पर है।
ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म CLSA ने वोडाफोन-आइडिया के शेयर की रेटिंग अपग्रेड करते हुए रेड्यूस से Accumulate कर दिया गया है। इसका टारगेट प्राइस बढ़ाकर 10 रुपए कर दिया है।
ब्रोकरेज फर्म CITI ने भी वोडाफोन-आइडिया शेयर में बाय की रेटिंग देते हुए 12 रुपए का टारगेट प्राइस दिया है। ब्रोकरेज का कहना है कि वोडाफोन के लिए यह काफी पॉजिटिव है।
सरकार से राहत मिलने के बाद FY25 में वोडाफोन-आइडिया के कैपिटल स्ट्रक्चर में 63,000 करोड़ रुपए का सुधार है। बावजूद इसके कंपनी पर अभी भी 1.7 लाख करोड़ रुपए का कर्ज बचा है।
अगर सरकार वोडाफोन-आइडिया के पूरे कर्ज को इक्विटी में बदलने का फैसला करती है तो कंपनी में उसकी हिस्सेदारी 75-80% तक पहुंच सकती है। इससे कंपनी को बहुत बड़ी राहत मिल सकती है।
किसी भी तरह के निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।