डिजिटल पासपोर्ट लॉन्च करने वाला दुनिया का पहला देश फिनलैंड है। जहां स्मार्टफोन पर उपलब्ध डिजिटल पासपोर्ट के साथ सीमा पार करने की अनुमति दी जा रही है।
अभी फिनलैंड में डिजिटल पासपोर्ट पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर टेस्ट किया जा रहा है। सिर्फ फिनएयर उड़ानों से फिनलैंड और यूके के बीच यात्रा करने वालों को यह दिया जा रहा है।
डिजिटल ट्रैवल क्रेडेंशियल (DTC) पासपोर्ट का डिजिटल रूप है। इसे स्मार्टफोन पर डाउनलोड कर स्टोर कर सकते हैं। यह अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन के मानकों का पालन करता है।
फिनलैंड में डिजिटल ट्रैवल क्रेडेंशियल्स यूजर्स के तौर पर रजिस्ट्रेशन कर डिजिटल पासपोर्ट प्राप्त किया जा सकता है। फिनलैंड की सीमा और देश के अंदर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
डिजिटल पासपोर्ट के कई लाभ हैं। इससे बॉर्डर पर लाइन में नहीं लगना पड़ता है, समय की बचत होगी, सेफ्टी और प्राइवेसी भी बढ़ सकती है, दस्तावेज धोखाधड़ी पर लगाम लगेगी।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि डिजिटल पासपोर्ट से लोगों की आवाजाही काफी आसान हो जाएगी। सीमा पर उनकी जांच में कम समय लगेगा और लंबी-लंबी लाइन से छुटकारा मिल जाएगा।
ई-पासपोर्ट चिप लगा पासपोर्ट है, जो एक तरह का बायोमेट्रिक पहचान पत्र है। जबकि डिजिटल पासपोर्ट भौतिक पासपोर्ट का ही रूप है। इसे स्मार्टफोन में कहीं भी ले जा सकते हैं।
फिनलैंड में डिजिटल पासपोर्ट टेस्टिंग मोड में है। इसलिए वहां नागरिकों को फिजिकल पासपोर्ट भी रखना होगा। इसके सफल होने पर भविष्य में फिजिकल पासपोर्ट नहीं ले जाना पड़ेगा।