देशभर में हाइवे और एक्सप्रेस-वे पर चलने के लिए वाहनों से टैक्स लिया जाता है। अच्छी सड़कों के लिए आपसे यह चार्ज वसूला जाता है। इन पैसों को सरकार अलग-अलग जगहों पर खर्च करती है।
सड़कों के निर्माण और रखरखाव के लिए पैसे जुटाने के लिए सरकार टोल टैक्स वसूलती है। इन पैसों का इस्तेमाल सड़कों के चौड़ीकरण, पुल-सुरंग बनाने, रोड रिपेयर, रोड सिंबल्स, सफाई में होता है
रोड बनाने के साथ टोल टैक्स के पैसों का इस्तेमाल ट्रैफिक मैनेजमेंट में किया जाता है। बिजी सड़कों पर टोल लगाने से वाहन कम हो जाते हैं, जिससे जाम नहीं लगता और सफर में कम समय लगता है।
टोल टैक्स का इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक टोलिंग सिस्टम और हाई-ऑक्युपेंसी वाहन (HOV) लेन जैसी टेक्नोलॉजी को फंड देने में भी किया जाता है, जो ट्रैफिक फ्लो को बेहतर बनाती है।
टोल चार्ज का इस्तेमाल सार्वजनिक परिवहन को बढ़ाने में किया जाता है। इससे पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को सब्सिडी देने या सार्वजनिक परिवहन को बेहतर बनाने में किया जा सकता है।
सरकार टोल टैक्स से सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देती है, ताकि लोग पर्सनल गाड़ियों की बजाय सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें, इससे ट्रैफिक और प्रदूषण कम करने में मदद मिल सकती है।
टोल टैक्स नहीं वसूला जाता तो कुछ लोग इसका गलत इस्तेमाल करते। टोल यह सुनिश्चित करता है कि सिर्फ वे लोग ही सड़कों के लिए पेमेंट करते हैं, जो इसका यूज करते हैं।