भारत के कई शहरों में महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न, छेड़छाड़, बलात्कार जैसी घटनाएं अधिक आम हो गई हैं। जानिए 10 शहरों के बारे में जो महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित माने जाते हैं।
ये आंकड़े विभिन्न रिपोर्टों, अपराध डेटा और मीडिया रिपोर्टों पर आधारित हैं। असुरक्षा के प्रतिशत का आकलन शहरों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की घटनाओं के आधार पर किया गया है।
असुरक्षा का प्रतिशत: 50%
समस्या: यौन उत्पीड़न, बलात्कार, छेड़छाड़ और घरेलू हिंसा की बहुत ज्यादा घटनाएं।
असुरक्षा का प्रतिशत: 40%
समस्या: सार्वजनिक स्थानों पर छेड़छाड़, उत्पीड़न और यौन हिंसा।
असुरक्षा का प्रतिशत: 35%
समस्या: रात के समय उत्पीड़न और छेड़छाड़।
असुरक्षा का प्रतिशत: 30%
समस्या: यौन हिंसा, पीछा करने के मामले और घरेलू हिंसा।
असुरक्षा का प्रतिशत: 28%
समस्या: सार्वजनिक परिवहन में छेड़छाड़, यौन हिंसा और उत्पीड़न की घटनाएं।
असुरक्षा का प्रतिशत: 25%
समस्या: सार्वजनिक स्थानों पर उत्पीड़न और यौन हिंसा।
असुरक्षा का प्रतिशत: 22%
समस्या: बलात्कार, छेड़छाड़ और घरेलू हिंसा।
असुरक्षा का प्रतिशत: 20%
समस्या: सार्वजनिक स्थानों पर छेड़छाड़ और यौन हिंसा।
असुरक्षा का प्रतिशत: 18%
समस्या: बलात्कार और यौन उत्पीड़न के बढ़ते मामले।
असुरक्षा का प्रतिशत: 15%
समस्या: छेड़छाड़, यौन हिंसा और उत्पीड़न की घटनाएं।