इसरो की 2024 की प्रमुख सफलताएं भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक बड़ी छलांग हैं। इन 10 खास मिशनों ने भारत को अंतरिक्ष में नई ऊंचाइयां छूने में मदद की हैं।
22 मार्च 2024 को लॉन्च किया गया यह मिशन इसरो की पुन: प्रयोग करने योग्य लॉन्च व्हीकल टेक्नोलॉजी में क्षमता का प्रदर्शन करता है।
17 फरवरी 2024 को लॉन्च किए गए इस मिशन में एक एडवांस्ड कम्युनिकेशन सैटेलाइट को geostationary orbit में स्थापित किया गया।
1 जनवरी 2024 को लॉन्च हुए इस मिशन के तहत भारत का पहला डेडिकेटेड एक्स-रे पोलारिमीटर सैटेलाइट तैनात किया गया, जो ब्रह्मांडीय एक्स-रे का अध्ययन करेगा।
6 जनवरी 2024 को लॉन्च हुए इस मिशन ने भारत का पहला सोलर मिशन शुरू किया, जिसने सफलतापूर्वक सूर्य-पृथ्वी के पहले लैग्रेंजियन प्वाइंट (L1) के चारों ओर अपनी अंतिम कक्षा में प्रवेश किया।
14 जुलाई 2023 को लॉन्च हुआ यह मिशन चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित लैंडिंग और रोविंग की क्षमता का सफलतापूर्वक प्रदर्शन करने में सफल रहा।
1 जनवरी 2024 को लॉन्च हुआ यह मिशन ब्रह्मांडीय एक्स-रे की ध्रुवीकरण (polarization) का अध्ययन करने के लिए समर्पित है।
2025 में लॉन्च होने की संभावना है, यह मिशन भारत का पहला मानवयुक्त ऑर्बिटल अंतरिक्षयान मिशन होगा।
2025 में लॉन्च होने की उम्मीद है, यह मिशन भारत का पहला शुक्र ऑर्बिटर मिशन होगा।
2025 में लॉन्च होने की संभावना है, यह मिशन मंगल ग्रह के लिए भारत का दूसरा इंटरप्लेनेटरी मिशन होगा।
2025 में लॉन्च होने की उम्मीद है, यह मिशन जापान की अंतरिक्ष एजेंसी JAXA और इसरो के बीच एक संयुक्त मिशन होगा, जो चंद्रमा के साउथ पोलर रीजन को एक्सप्लोर करेगा।