12वीं के बाद नर्सिंग कोर्स करने के इच्छुक हैं, तो NEET में शामिल होने की जरूरत नहीं है, लेकिन संस्थान की नर्सिंग एंट्रेंस एग्जाम में शामिल होना होगा।
कोर्स की अवधि: 4 वर्ष
बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी सबसे अधिक डिमांड वाले करियर विकल्पों में है।स्नातक के बाद उम्मीदवार स्पोर्ट्स, सेना, रिसर्च जैसे विभिन्न क्षेत्रों में करियर चुन सकते हैं।
कोर्स अवधि: 4 वर्ष
बैचलर ऑफ वेटनरी साइंसेज जानवरों के उपचार का अध्ययन है। क्लिनिकल एप्लीकेशन के अलावा, बीवीएससी रिसर्च और शिक्षा के क्षेत्र में भी बहुत अच्छा दायरा है।
कोर्स की अवधि: 5 वर्ष
फार्मेसी में ग्रेजुएट के पास विविध कैरियर ऑप्शन होते हैं। एक बीफार्मा ग्रेजुएट फार्मासिस्ट, व्याख्याता, रिसर्च, विक्रेता या परामर्शदाता बनना चुन सकता है।
कोर्स की अवधि: 4 वर्ष
12वीं के बाद साइकोलॉजी को करियर के रूप में चुना जा सकता है। डिग्री के बाद शिक्षा, सैन्य, खेल, फोरेंसिक, कानूनी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में करियर चुन सकते हैं।
कोर्स की अवधि: 3 वर्ष
न्यूट्रिशनिस्ट ह्यूमन न्यूट्रिशन का एक्सपर्ट होता है। वे रोगियों के शरीर की आवश्यकता के अनुसार उनके डाइट को बैलेंस करने के लिए डाइट को कंट्रोल करते हैं।
कोर्स की अवधि: 3 वर्ष
ऑक्युपेशनल थेरेपिस्ट यह सुनिश्चित करते हैं कि उनका मरीज चोट या सदमे से उबरने में सक्षम हो और गतिविधियों को फिर से शुरू कर सके जो वे घटना से पहले करते थे।
कोर्स की अवधि: 4.5 वर्ष
क्लिनिकल रिसर्च साइंटिस्ट होते हैं जो सुनिश्चित करते हैं कि चिकित्सा उपकरण, दवाएं, उपचार, मनुष्यों द्वारा उपयोग किए जाने वाले अन्य उपकरण उनके लिए सुरक्षित हैं।
कोर्स की अवधि: 3 वर्ष
फोरेंसिक साइंस भारत में एक विकासशील कैरियर है। फॉरेंसिक साइंस में बीएससी के लिए कोर्स की अवधि तीन साल है। बेहतर विकल्पों के लिए उम्मीदवार अक्सर मास्टर डिग्री हासिल करते हैं।