कई ऐसे डॉक्टर हैं जिन्होंने लाखों की नौकरी छोड़ कर यूपीएससी की तैयारी की और अब आईएएस बन कर देश सेवा कर रहे हैं। दो कठिन परीक्षाओं को पास कर अपनी असाधारण उपलब्धी दर्ज की।
अभावों के बीच पले कर्नाटक के नागार्जुन बी गौड़ा ने कठिन मेहनत से नीट पास की। रेजिडेंट डॉक्टर के तौर पर काम करते हुए यूपीएससी की तैयारी की। 2018 में 418वीं रैंक के साथ आईएएस बने।
प्रियंका शुक्ला ने लखनऊ की किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की डिग्री ली। प्रैक्टिस भी शुरू कर दी। फिर उन्होंने डॉक्टरी छोड़ यूपीएससी की तैयारी की और 2009 में आईएएस बनीं।
रेनू राज ने मेडिकल की पढ़ाई करते हुए यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। कुछ ही महीनों की तैयारी में अपने पहले प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास की और रैंक 2 हासिल किया।
डॉ. स्नेहा अग्रवाल ने एम्स, दिल्ली से मेडिकल की डिग्री हासिल की। 2009 UPSC परीक्षा में 305वीं रैंक से खुश नहीं हुई। स्नेहा ने फिर परीक्षा दी 2011 में यूपीएससी टॉप कर आईएएस बनीं।
रोमन सैनी ने 16 साल की उम्र में एम्स मेडिकल परीक्षा पास की। 21 साल की उम्र में डॉक्टर बनकर काम करने लगे। फिर 22 साल की उम्र में UPSC परीक्षा पास कर आईएएस बने।