ड्रोन दीदी सुनीता देवी के साथ बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने ड्रोन दीदियों की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला, जो ग्रामीण भारत में खेती को आधुनिक बनाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रही हैं।
नमो ड्रोन दीदी योजना की शुरुआत 30 नवंबर 2023 को भारत में ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने और कृषि पद्धतियों में क्रांति लाने के उद्देश्य से हुई।
इस योजना का उद्देश्य 15,000 महिलाओं के नेतृत्व वाले स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को ड्रोन से लैस करना है। जो खेती कार्यों में ड्रोन का इस्तेमाल कर सकें।
नमो ड्रोन दीदी योजना का उद्देश्य ड्रोन प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देकर महिलाओं को सशक्त बनाना और कृषि क्षेत्र में उत्पादकता बढ़ाना है। इस योजना को सरकार ने 500 करोड़ रुपये आवंटित किए।
कृषि में ड्रोन तकनीक की शुरुआत करके यह योजना ग्रामीण महिलाओं के लिए ड्रोन पायलट, मैकेनिक और स्पेयर-पार्ट डीलर के रूप में रोजगार के नए अवसर पैदा करती है।
केंद्र महिला एसएचजी को ड्रोन खरीदने के लिए सब्सिडी प्रदान करता है। महिला एसएचजी ड्रोन लागत का 80 प्रतिशत या अधिकतम 8 लाख रुपये, जो भी कम हो, की सब्सिडी के लिए पात्र हैं।
केवल महिला एसएचजी ही नमो ड्रोन दीदी योजना के लिए आवेदन करने के पात्र हैं। ड्रोन का उपयोग केवल कृषि गतिविधियों में किराये के उद्देश्यों के लिए किया जाना चाहिए।
महिला एसएचजी रजिस्ट्रेशन नंबर। महिला सदस्यों का आधार कार्ड। महिला एसएचजी का बैंक अकाउंट डिटेल। मोबाइल नंबर।
सरकार द्वारा स्थापित जिला समितियां नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत पात्र महिला एसजीएच का चयन करेंगी। रजिस्टर्ड महिला एसएचजी ही लाभ के पात्र हैं। वित्तीय स्थिति के आधार पर चयन होता है।
चयनित महिला एसजीएच की लिस्ट जिला समिति द्वारा संकलित की जाएगी और एसएचजी प्रमुखों को चयन की सूचना दी जाएगी। चयनित एसएचजी की महिला सदस्यों को ड्रोन संचालन की ट्रेनिंग दी जायेगी।
लाभार्थी महिलाएं निकटतम प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र या ग्राम पंचायत कार्यालय से संपर्क करके नमो ड्रोन दीदी योजना के संबंध में अधिक सहायता प्राप्त कर सकती हैं।
इसमें महिलाओं को ड्रोन टेक्नोलॉजी के विभिन्न पहलुओं, कृषि में इसके प्रयोगों की डिटेल ट्रेनिंग दी जाती है। ड्रोन चलाने, टेक-ऑफ, लैंडिंग इसके उपयोग के बारे में बताया जाता है।