एक वेब सीरिज देखने के बाद शिवम को NEET परीक्षा क्रैक करने की प्रेरणा मिली। उन्होंने अपने फोकस और निरंतर प्रयास के साथ यह परीक्षा उत्तीर्ण की और AIR 29वां स्थान हासिल किया।
शिवम मेरठ के रहने वाले हैं और उन्होंने प्रदेश में पहला स्थान भी हासिल किया है। उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि ओबीसी श्रेणी में आई, जो उनके शैक्षणिक करियर में एक महत्वपूर्ण मोड़ था।
शिवम के अनुसार उन्होंने कभी अपनी रैंक के बारे में नहीं सोचा और बस प्रयास करते रहे। शिवम के पिता एक इलेक्ट्रीशियन हैं जो घर-घर जाकर बिजली के उपकरणों की मरम्मत करते हैं।
कभी पढ़ाई में बिताए समय का हिसाब नहीं रखा। इसके बजाय वह एक दैनिक लक्ष्य निर्धारित करते थे। शिवम डॉक्टर्स को अपना आदर्श मानते हैं।
कोविड काल के दौरान चिकित्सक हर किसी की मदद करने के लिए योद्धा के रूप में सामने आए। परिणामस्वरूप उन्होंने मेडिकल की पढ़ाई करने का निर्णय लिया।
वह अपनी पढ़ाई से तनाव मुक्त होने के लिए फिल्में भी देखा करते थे। शिवम का NEET टेस्ट स्कोर 720 में से 710 था।
शिवम की मां ने हमेशा उन्हें प्रोत्साहित किया। बहन मालविका सिंह एसजीपीजीआई लखनऊ में नर्सिंग ऑफिसर हैं। शिवम एक इंस्टीट्यूट में कोचिंग भी लेता था।
टेस्ट के दौरान शिवम का आत्मविश्वास बढ़ गया। शिवम के शिक्षक के अनुसार चाहे उसने परीक्षा में कैसा भी परर्फॉर्म किया हो, उसके ग्रेड हमेशा कम से कम 700 थे।
शिवम की कहानी यह प्रेरणा देती है कि कैसे कोई सही दृष्टिकोण और दृढ़ता के साथ किसी भी बाधा को पार कर सकता है और सफलता पा सकता है।