इजराइल में कई टॉप यूनिवर्सिटी हैं जिसमें एडमिशन पाने के लिए हर साल भारत समेत अन्य देशों के हजारों छात्र आवेदन करते हैं।
मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स की रिपोर्ट 2022 के अनुसार फिलहाल भारत के 1200 से ज्यादा विद्यार्थी इजराइल में पढ़ते हैं।
तेल अवीव में स्थित एम्बेसी ऑफ इंडिया के अनुसार इजराइली सरकार ग्रेजुएट लेवल पर हर साल भारतीय छात्रों को 7 स्कॉलरशिप प्रदान करती है। इसमें 5 जेनरल व दो हिब्रू भाषा अध्ययन के लिए हैं।
इजराइल काउंसिल फॉर हायर एजुकेशन की तरफ से अप्रूव्ड विश्वविद्यालयों और कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए 35 वर्ष से कम उम्र के स्नातक छात्रों को 8 महीने के लिए स्कॉलरशिप दी जाती है।
यह स्कॉलरशिप एक एकेडमिक इयर के लिए है जिसमें ट्यूशन फीस, मंथली खर्च और हेल्थ इंश्योरेंस शामिल है। यह स्कॉलरशिप भारत के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के माध्यम से प्रसारित की जाती है।
इजराइली सरकार भारतीय मूल के छात्रों को इजरायल में रिसर्च यूनिवर्सिटी में एक महीना बिताने के लिए शाॅर्ट टर्म समर स्कॉलरशिप भी ऑफर करती है। यह सुविधा साल 2013 से लागू है।
इजराइली उच्च शिक्षा परिषद, इजरायल विज्ञान और मानविकी अकादमी ने उत्कृष्ट अंतरराष्ट्रीय शोधकर्ताओं के लिए एक नया पोस्ट-डॉक्टरल फेलोशिप कार्यक्रम शुरू किया है।
इजराइल के विश्वविद्यालयों में से किसी एक में रिसर्च करने आने वाले पोस्ट-डॉक्टरेट को कुल 20 फेलोशिप प्रदान की जाती हैं।
20 में से 15 फेलोशिप साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स के लिए व 5 मानविकी, सामाजिक विज्ञान के लिए हैं।
सरकारी स्कॉलरशिप के अलावा भारतीय छात्रों और रिसर्चर्स के लिए कई निजी फंडिंग अनुदान भी उपलब्ध हैं।
जिसके तहत यूजीसी-आईएसएफ फंडिंग प्रोग्राम संयुक्त शैक्षणिक अनुसंधान के लिए छात्रवृत्ति प्रदान करता है। इंडियन एम्बेसी इजराइल की आधिकारिक साइट से डिटेल जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।