यूपीएससी के लिए लगातार मेहनत के बाद भी बहुत कम लोग ही परीक्षा में सफल होते हैं। इस परीक्षा को पास करने के लए सब्र की भी जरूरत होती है।
जानें ऐसी ही एक यूपीएससी कैंडिडेट कस्तूरी पांडा की यूपीएससी सफलता की कहानी जिन्होंने अपने दूसरे प्रयास में 67 एआईआर हासिल की।
ओडिशा की मूल निवासी कस्तूरी पांडा ने 2022 यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में 67वां स्थान हासिल किया। सिविल सेवा परीक्षा लिखित परीक्षा में कुल 1006 अंकों में उन्होंने 822 प्राप्त किये।
कस्तूरी पांडा बिना किसी कोचिंग के अपने दूसरे प्रयास में आईएएस अधिकारी पद तक पहुंची। इससे पहले उन्होंने एनआईटी राउरकेला से कंप्यूटर साइंस में बी.टेक की डिग्री प्राप्त की।
कस्तूरी के अनुसार वह अपने पहले ही प्रयास में इंटरव्यू राउंड तक पुहंचने में सफल रही थीं। लेकिन इंटरव्यू राउंड में उन्हें असफलता का सामना करना पड़ा।
कस्तूरी पांडा ने अपनी कमजोरियों पर काम करना जारी रखा और यूपीएससी परीक्षा दोबारा दी। उनके अनुसार पूरे यूपीएससी सिलेबस को स्मार्ट स्टडी मेथड का उपयोग करके कवर किया जाना चाहिए।
वह बेसिक चीजें पढ़कर यूपीएससी की तैयारी करने की सलाह देती हैं। वह इसी तरह पढ़ाई करती थी। उन्होंने कक्षा नौ से 12वीं तक की पुस्तकें पढ़ीं।
कस्तूरी पांडा ने घर पर रहकर कई टेस्ट क्वेश्चन सॉल्व किए। उसने अपनी परीक्षा के लिए पढ़ाई पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित किया।
2020 की प्रारंभिक परीक्षा से पहले कस्तूरी ने 50 सब्जेक्ट स्पेसिफिक और 50 फुल लेंथ एग्जाम देने का दावा किया है।
कस्तूरी पांडा ने 2022 के प्रयास के दौरान लगभग तीस फुल लेंथ एग्जाम दिये। पिछले प्रैक्टिस टेस्ट को भी अपडेट किया।
इस तरह अपने दोनों प्रयासों में बढ़िया परफॉर्म किया और कटऑफ से आगे बढ़ी। उनका लक्ष्य 100 या उससे अधिक अंक के लिए दो घंटे में 90-94 प्रश्न पूरा करना होता था।