आंध्र प्रदेश के कुरनूल की जी निर्मला जिसे एक बार जबरन बाल विवाह से बचाया गया था, राज्य की प्रथम वर्ष की इंटरमीडिएट परीक्षा में टॉपर बन मिसाल कायम किया है।
वंचित वर्गों के लिए शिक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित आवासीय बालिका विद्यालय, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, कुरनूल की छात्रा जी निर्मला ने परीक्षा में 440 में से 421 अंक हासिल किए।
जी निर्मला की सफलता पर प्रदेश इंटरमीडिएट बोर्ड, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा कुरनूल की जी. निर्मला को बधाई।
एक समय ऐसा भी था जब जी निर्लमा जबरन बाल विवाह का शिकार होते-होते बची थी। इस घटना को झलने के बावजूद, तमाम चुनौतियों पर काबू पाते हुए 440 में से 421 अंक हासिल किए।
वाईएसआरसीपी विधायक वाई साईप्रसाद रेड्डी के अनुसार, जी निर्मला ने पिछले साल उनके "गडपा गडपाकु मन प्रभुत्वम" कार्यक्रम के दौरान उनसे संपर्क किया। और उनसे मदद करने की गुहार लगाई थी।
लड़की की दुर्दशा से द्रवित हुए अडोनी विधायक ने जिला कलेक्टर जी सृजना को स्थिति की जानकारी दी, जिन्होंने हस्तक्षेप किया और सबसे पहले जी निर्मला को बाल विवाह से बचाया।
जिला प्रशासन ने उसे कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में दाखिला दिलाया। फिर जी निर्मला ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।बाधाओं के बावजूद इस साल की इंटर परीक्षा में टॉपर्स लिस्ट में जगह बनाई।
जी निर्मला, जो जीवन में अपने शैक्षिक लक्ष्यों को हासिल करने के लिए दृढ़ है। वह एक आईपीएस ऑफिसर बनना चाहती है।